भिंडी की सब्जी तो आपने खाया ही होगा, क्योंकि यह एक बेहद लोकप्रिय और स्वादिष्ट सब्जी है। भिंडी को कई तरह से लोग बनाकर खाना पसंद करते है, कुछ लोग भिंडी की भुजिया बनाते है, कुछ लोग भिंडी का भरवां बनाते है, तो वहीँ कुछ लोग भिंडी की रसेवाली सब्जी और चटनी खाना पसंद करते है। लेकिन जब की भिंडी की बात होतो है तो आपको सिर्फ हरे रंग की भिंडी ही याद आती होगी। लेकिन क्या आपने कभी लाल रंग की भिंडी के बारे में सुना और खाया है? अगर नहीं तो आइये अब हम आपको बताते है कि लाल भिंडी और इसकी खासियत क्या है? आजकल बहुत सारे किसान लाल भिंडी की खेती करके तगड़ा मुनाफा कमा रहे हैं, तो अगर आप भी लाल भिंडी की खेती करके मुनाफा कामना चाहते हैं, और उसकी उन्नत वैरायटी ‘काशी लालिमा’ का बीज ही मंगवाना चाहते हैं। तो ये जानकारी आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगी।
काशी लालिमा एक विशेष प्रकार की लाल भिंडी की किस्म है, जो खासतौर पर तेजी से उगने और अच्छे उत्पादन के लिए जानी जाती है। अगर आप भी काशी लालिमा से लाल भिंडी उगाना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले, काशी लालिमा की अच्छी गुणवत्ता वाले बीज का चयन करना होगा। इसके लिए आपको बीज खरीदते समय यह सुनिश्चित करना होगा कि वह ताजे, अच्छे और उच्च गुणवत्ता वाले बीज हों। वहीँ काशी लालिमा किस्म की खेती रबी और खरीफ दोनों सीज़न में आसानी से की जा सकती है। हालांकि, बीज खरीदते समय यह ध्यान रखना जरूरी होता है कि वह किस सीज़न के लिए सही है। इस किस्म की फसल जल्दी तैयार हो जाती है और लंबे समय तक फल देती है। और तो और इसमें 45-50 दिन में फल आना भी शुरू हो जाता हैं, और करीब 6 महीने तक फल मिलते रहते हैं।
अगर आप भी भिंडी की काशी लालिमा किस्म की खेती करना चाहते हैं, तो काशी लालिमा किस्म के बीज का 100 ग्राम पैकेट फिलहाल 18% की छूट के साथ मात्र 40 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है। जिसे खरीदकर आप आसानी से लाल भिंडी की खेती शुरू कर सकते हैं और इससे शानदार मुनाफा भी कमा सकते हैं।
लाल भिंडी की कीमत हरी भिंडी से ज्यादा होती है, साथ ही यह हरी भिंडी के मुकाबले ज्यादा पौष्टिक होती है। लाल भिंडी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसके साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके सेवन से कई बीमारियों में भी राहत मिलती है। और तो और यह डायबिटीज और दिल की बीमारियों से भी पीड़ित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
लाल भिंडी की खेती के लिए हल्की, रेतीली और जलनिकासी वाली मिट्टी सही होती है। इसके खेत की जुताई कम से कम दो से तीन बार करें ताकि मिट्टी नरम और भुरभुरी हो जाए। इसके खेत को तैयार करने के लिए पौधे को थोड़ी-थोड़ी दूरी में लगाया जाता है। इसके साथ ही इस चीज़ का भी ध्यान रखें कि जिस खेत में भी लाल भिंडी की खेती कर रहें हैं, उसमें पानी ना रुके, वरना पौधे खराब हो सकते हैं। वहीँ लाल भिंडी हरी भिंडी के मुकाबले हार्वेस्टिंग के लिए भी जल्दी तैयार हो जाती है।