By- Nisha Mandal
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा अगले महीने से शुरू होने जा रही है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट भी खोले जाएंगे। हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर निकलेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने ऑनलाइन पूजा बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी है। इसी के साथ अब तक 99 से भी ज्यादा बुकिंग हो चुकी हैं। तो, अगर आप भी इन पवित्र धामों की यात्रा करने का मन बना रहे हैं और ऑनलाइन पूजा बुकिंग के जरिए पुण्य लाभ पाना चाहते हैं, तो मंदिर समिति की वेबसाइट पर जाकर बुकिंग कर सकते हैं।
ऑनलाइन बुकिंग कराने का आसान तरीका

- ऑनलाइन पूजा बुकिंग के लिए आपको बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ऑफिशियल वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov.in पर जाना होगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर ही आपको दोनों मंदिरों के लिए बुकिंग का अलग-अलग विकल्प मिलेगा।
- सबसे पहले आपको अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जिसके लिए वैलिड मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि की आवश्यकता होगी।
- रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको कुछ जरूरी जानकारी भरनी होगी, जैसे कि पूजा में शामिल होने वाले परिवार के सदस्य के नाम, गोत्र, शहर आदि।
- इसके साथ ही, आपको यह भी बताना होगा कि आप कौन सी पूजा करवाना चाहते हैं।
रुकने और दान की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन

अगर आप बदरीनाथ-केदारनाथ में रुकने का इंतजाम करना चाहते हैं या फिर दान करना चाहते हैं, तो इसके लिए भी आपको वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। आपके द्वारा दिया गया दान, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पास ऑनलाइन रिकॉर्ड के रूप में रहता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है। इसके अलावा, वेबसाइट के माध्यम से आप हेलीकॉप्टर बुकिंग भी करवा सकते हैं, जिससे वह लोग जो यात्रा को दुर्गम समझते हैं, आराम से दर्शन कर सकें। हेलीकॉप्टर सेवा से यात्रा आसान और समय बचाने वाली बन जाती है। एक अहम बात यह है कि अगर आप उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं, तो पूजा बुकिंग और हेलीकॉप्टर बुकिंग जैसी सुविधाएं पहले से ही करवा लें। इन बुकिंग्स की मांग काफी ज्यादा रहती है और अक्सर ये जल्दी ही पूरी हो जाती हैं। इसलिए, समय रहते बुकिंग करवा लेना बेहतर होता है, ताकि आपको आखिरी वक्त पर कोई समस्या न हो।
कब से शुरू होगी यात्रा

केदारनाथ धाम की यात्रा 2 मई से और बदरीनाथ धाम की यात्रा 4 मई से शुरू हो रही है। इसके पहले, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट भी खोले जाएंगे। इसके साथ ही, सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंट साहिब की यात्रा भी गर्मियों में शुरू होती है।