ऑटो सेक्टर में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री, SUV बनीं कस्टमर्स की फेवरेट

वित्त वर्ष 2024-25 में यात्री वाहनों की थोक बिक्री 2% बढ़कर 43 लाख यूनिट से ज्यादा हो गई। यह अब तक की सबसे ज़्यादा बिक्री है, जिसकी बड़ी वजह SUV और MPV जैसे यूटिलिटी वाहनों की तेज़ मांग रही है।

Industrial Empire
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वित्त वर्ष 2024-25 में यात्री वाहनों की थोक बिक्री 2% बढ़कर 43 लाख यूनिट से ज्यादा हो गई। यह अब तक की सबसे ज़्यादा बिक्री है, जिसकी बड़ी वजह SUV और MPV जैसे यूटिलिटी वाहनों की तेज़ मांग रही है। कुल बिक्री में यूटिलिटी वाहनों की हिस्सेदारी 65% रही, यानी हर तीन में से दो खरीदारों ने इन्हें चुना ही है। यही नहीं, पैसेंजर व्हीकल्स का निर्यात भी 15% बढ़कर 7.7 लाख यूनिट तक पहुंच गया। दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी 9% की बढ़त देखी गई। हालांकि, वाणिज्यिक वाहनों (कमर्शियल व्हीकल्स) की बिक्री में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। SIAM (सियाम) के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने बताया कि इस शानदार प्रदर्शन के पीछे अच्छी मांग, इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश और सरकार की अनुकूल नीतियां मुख्य वजह रहीं हैं।

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वाहन बिक्री की रिपोर्ट जारी की है। अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के बीच यात्री वाहनों की थोक बिक्री 2% बढ़कर 43,01,848 यूनिट तक पहुंच गई। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 42,18,750 यूनिट था। इस बढ़त का सबसे बड़ा योगदान यूटिलिटी वाहनों (SUV और MPV) की मजबूत मांग को माना जा रहा है।

लोगों को एसयूवी काफी पसंद आ रही

यूटिलिटी वाहनों की मांग लगातार बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2024-25 में कुल यात्री वाहनों की बिक्री में यूटिलिटी वाहनों (SUV और MPV) की हिस्सेदारी 65% रही, जबकि पिछले साल यानी 2023-24 में यह हिस्सा करीब 60% था। यूटिलिटी वाहनों की बिक्री इस साल 11% बढ़कर 27,97,229 यूनिट तक पहुंच गई, जो पिछले साल 25,20,691 यूनिट थी। दूसरी ओर, कारों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2024-25 में कारों की बिक्री 13% घटकर 13,53,287 यूनिट रह गई, जबकि 2023-24 में यह आंकड़ा 15,48,947 यूनिट था।

एक्सपोर्ट्स में हुई बढ़ौतरी

एक अच्छी खबर यह भी है कि इस बार यात्री वाहनों के निर्यात में भी बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत से 7.7 लाख यूनिट यात्री वाहनों का निर्यात किया गया, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह पिछले वित्त साल की तुलना में 15% की वृद्धि है। SIAM के अनुसार, भारत में बने वाहनों की ग्लोबल डिमांड बढ़ने की वजह से यह निर्यात बढ़ा है।

बाइक-स्कूटर की सेल में भी हुई बढ़ौतरी

दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी सुधार देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2024-25 में दोपहिया वाहनों की थोक बिक्री 9% बढ़कर 1,96,07,332 यूनिट तक पहुंच गई, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 1,79,74,365 यूनिट था। ग्रामीण इलाकों में बढ़ती मांग और लोगों के बढ़ते भरोसे ने इस क्षेत्र को उबरने में काफी हद तक मदद की है। वाणिज्यिक वाहनों (कमर्शियल वीइकल्स) की बिक्री में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। इस साल इनकी थोक बिक्री 1% घटकर 9,56,671 यूनिट रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 9,68,770 यूनिट थी। तीपहिया वाहनों की बिक्री में बढ़त दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2024-25 में इनकी बिक्री 7% बढ़कर 7,41,420 यूनिट हो गई, जो कि 2023-24 में 6,94,801 यूनिट थी।

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