इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माता एथर एनर्जी लिमिटेड का बहुप्रतीक्षित 2,626 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) 28 अप्रैल को खुलेगा। यह चालू फाइनेंसियल ईयर 2025-26 का पहला IPO होगा, जो बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होगा। एथर एनर्जी का यह IPO निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो कंपनी की बढ़ती स्थिति और इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में संभावनाओं को देखते हुए आकर्षित हो सकते हैं। कंपनी इस IPO के जरिए पूंजी जुटाकर अपने व्यवसाय का विस्तार करने और उत्पादन क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य रखती है।
इसके अलावा, इस IPO के माध्यम से कंपनी अपने ब्रांड को और मजबूत करना चाहती है, ताकि भविष्य में और अधिक निवेशकों का विश्वास प्राप्त कर सके। इस निर्गम से संबंधित अधिक जानकारी के लिए निवेशकों को आईपीओ की शर्तों और मूल्य निर्धारण के बारे में ध्यानपूर्वक जानकारी लेनी चाहिए।
आईपीओ दस्तावेज़ (RHP) के अनुसार, एथर एनर्जी का तीन दिन का सार्वजनिक निर्गम 30 अप्रैल को बंद होगा, जबकि एंकर निवेशकों के लिए बोली 25 अप्रैल को एक दिन के लिए खोली जाएगी। यह आईपीओ 2,626 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयरों के निर्गम और प्रवर्तकों तथा अन्य शेयरधारकों द्वारा 1.1 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश का संयोजन होगा। इस आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग एथर एनर्जी महाराष्ट्र में एक नया इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माण संयंत्र स्थापित करने और कंपनी के कर्ज को कम करने के लिए किया जाएगा।

कंपनी का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहन के बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करना और उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है। इसके अलावा, एथर एनर्जी अपने नेटवर्क और सेवाओं का विस्तार करने के लिए भी इस पूंजी का उपयोग कर सकती है, ताकि आने वाले समय में वह और ज्यादा उपभोक्ताओं तक अपनी पहुंच बना सके। यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, क्योंकि एथर एनर्जी भारत के प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं में से एक बन चुकी है, और इसका भविष्य काफी सकारात्मक दिखता है।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी द्वारा पिछले साल अगस्त में 6,145 करोड़ रुपये का आईपीओ जारी करने के बाद, एथर एनर्जी दूसरी इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी होगी, जो सार्वजनिक होने का विचार कर रही है। एथर एनर्जी का आईपीओ भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा, क्योंकि यह कंपनी अपने नवाचार और उत्पादों के माध्यम से तेजी से बढ़ रही है।
आईपीओ योजनाओं के अलावा, एथर एनर्जी अपनी शोध और विकास (R&D) क्षमताओं का भी विस्तार कर रही है। कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में नई तकनीकों पर काम कर रही है, ताकि अपने उत्पादों को और बेहतर और आकर्षक बना सके। इसके साथ ही, एथर एनर्जी अपने उत्पादन और वितरण नेटवर्क को भी मजबूत करने की योजना बना रही है, ताकि वह बढ़ते हुए बाजार की मांग को पूरा कर सके। एथर एनर्जी की यह रणनीति न केवल कंपनी के लिए, बल्कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए भी एक सकारात्मक कदम हो सकता है, जो पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और टिकाऊ परिवहन की दिशा में बढ़ रहा है।