अब जब गेहूं की कटाई हो चुकी है, तो कई किसान खाली बैठे हैं और खेत भी यूं ही पड़े हैं। ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि अब बरसात तक आराम किया जाए और फिर धान की खेती शुरू की जाए। लेकिन अगर आप चाहें तो इस खाली समय और खेत का बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं। इस समय आप एक ऐसी फसल लगा सकते हैं जो कम समय में अच्छी कमाई देती है, और वो है पिपरमेंट यानि पुदीना की खेती।
पुदीना की खेती ना सिर्फ कम समय में तैयार हो जाती है, बल्कि इसमें लागत भी कम आती है और बाजार में इसकी मांग सालभर बनी रहती है। इससे न केवल खेत की उपजाऊ ताकत बनी रहती है, बल्कि आपकी आमदनी भी बढ़ती है। पिपरमेंट से तेल निकाला जाता है जो दवाइयों, कास्मेटिक, और फूड इंडस्ट्री में खूब इस्तेमाल होता है। इसलिए इसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है। तो इस बार खेत खाली न छोड़ें, पुदीना लगाएं और कम समय में बढ़िया मुनाफा कमाएं।
पिपरमेंट की खेती
पिपरमेंट, जिसे आम भाषा में पुदीना कहा जाता है, एक सुगंधित औषधीय पौधा है। इससे तेल निकाला जाता है जिसे पिपरमेंट ऑयल कहते हैं। यह तेल बहुत कीमती होता है और इसकी मांग दवाइयों, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और खुशबूदार सामान (जैसे पर्फ्यूम, साबुन आदि) में बहुत ज्यादा है।
मध्य प्रदेश के कई किसान पिछले 10 सालों से पिपरमेंट की खेती कर रहे हैं और उन्होंने इससे अच्छा खासा मुनाफा कमाया है। ये फसल कम समय में तैयार हो जाती है और ज़्यादा मेहनत भी नहीं लगती। पिपरमेंट की खेती खासकर उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो गेहूं की कटाई के बाद खेत खाली छोड़ देते हैं। इसकी खेती से न केवल खेत का सही इस्तेमाल होता है, बल्कि एक अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी बनता है।
बीज ऐसे तैयार करें
पिपरमेंट की खेती में बीज तैयार करने का तरीका थोड़ा अलग होता है। पिछले साल के पौधों को पूरी तरह नहीं काटा जाता। उनका निचला हिस्सा खेत में ही छोड़ दिया जाता है। जब खेत की जुताई की जाती है, तो इन्हीं बचे हुए हिस्सों से नए पौधे निकल आते हैं। इन्हीं से अगली फसल के लिए बीज (कलमें) तैयार की जाती हैं।
हर साल पिपरमेंट के लिए ताज़ा बीज (या कलम) तैयार करना जरूरी होता है, क्योंकि पुराने पौधे धीरे-धीरे अपनी ताकत खो देते हैं और उनसे अच्छी उपज नहीं मिलती। बीज तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पौधे स्वस्थ हों, उनमें रोग या कीड़ों का असर न हो, और जड़ें मजबूत हों। अच्छी किस्म की कलमें ही बेहतर उत्पादन की गारंटी देती हैं।
कितना होगा मुनाफा
पिपरमेंट की खेती से किसान को अच्छी आमदनी हो सकती है। एक बीघा खेत से लगभग 40 से 50 किलो तक पिपरमेंट का तेल निकाला जा सकता है। बाजार में इस तेल की कीमत लगभग ₹1000 से ₹1500 प्रति लीटर तक होती है, जो मांग और क्वालिटी पर निर्भर करती है। अगर एक लीटर तेल निकालने में लगभग ₹500 तक का खर्च आता है, तो बाकी की रकम सीधी कमाई होती है। यानी एक बीघा खेत से किसान को हजारों रुपये का शुद्ध मुनाफा हो सकता है। यह खेती खासकर उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो कम समय में अच्छी कमाई करना चाहते हैं। इसके अलावा, पिपरमेंट का तेल दवाओं, कास्मेटिक और खुशबूदार उत्पादों में खूब इस्तेमाल होता है, इसलिए इसकी मांग सालभर बनी रहती है। सही तरीके से खेती करने पर यह एक बेहद लाभदायक फसल बन सकती है।