तारबंदी योजना : जानवरों से फसलों को बचाने के लिए एक बेहतरीन योजना, 60% सब्सिडी के साथ

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खेतों में खड़ी फसलों को बेमौसम बारिश, धूप, तूफान, कीड़े-मकोड़े जैसे प्राकृतिक खतरों से तो नुकसान होता ही है, साथ ही जंगली जानवरों का भी खतरा हमेशा बना रहता है। इस कारण किसान हमेशा अपनी फसलों के बारे में चिंता में रहते हैं। जब तक खड़ी फसल बाजार तक नहीं पहुंच जाती, तब तक फसलों के नष्ट होने का डर किसानों को लगा रहता है। खासकर, जंगली जानवरों द्वारा फसल को नुकसान पहुंचाना एक गंभीर समस्या बन चुकी है। इस समस्या का समाधान करने के लिए सरकार ने तारबंदी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, किसान अपनी फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए खेतों के चारों ओर कंटीले तारों की बाड़ लगाकर सुरक्षित कर सकते हैं।

इस कंटीली तारबंदी के कारण जंगली जानवर खेतों में नहीं घुस पाते और न ही फसलों को नुकसान पहुंचा पाते हैं। इसके साथ ही, किसानों को यह भी लाभ होता है कि वे अपनी फसलों को पूरी सुरक्षा के साथ उगा सकते हैं और उन्हें नष्ट होने के डर से बचा सकते हैं। तारबंदी योजना किसानों के लिए एक अहम राहत है, क्योंकि यह उन्हें 60% तक की सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे वे इसे आसानी से लागू कर सकते हैं और अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकते हैं।

तारबंदी योजना के फायदे

तारबंदी योजना के कई महत्वपूर्ण फायदे हैं जो किसानों को अपने खेतों को सुरक्षित और उपजाऊ बनाए रखने में मदद करते हैं। सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह योजना जंगली जानवरों से फसलों की रक्षा करती है। जंगली जानवर जैसे हाथी, सियार, और जंगली सुअर अक्सर खेतों में घुसकर फसलों को बर्बाद कर देते हैं, लेकिन तारबंदी की मदद से वे खेतों में प्रवेश नहीं कर पाते। इसके परिणामस्वरूप किसानों को अपनी मेहनत और लागत का पूरा फायदा मिलता है।

इसके अलावा, तारबंदी योजना के तहत किसानों को 60% तक की सब्सिडी मिलती है, जिससे यह योजना आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी बनती है। किसान कंटीले तारों की बाड़ लगाकर अपनी फसलों को सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं, जिससे उन्हें प्राकृतिक आपदाओं और जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाव मिलता है। तारबंदी योजना न केवल किसानों की फसल सुरक्षा में मदद करती है, बल्कि इससे उन्हें मानसिक शांति भी मिलती है क्योंकि वे अपनी फसल को लेकर अधिक चिंतित नहीं रहते। इसके साथ ही, यह योजना कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों की आय बढ़ाने में भी मददगार साबित हो रही है।

सरकार की 60% सब्सिडी

फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए सरकार किसानों को 60% तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिसके माध्यम से किसान अपने खेतों में कटीले तार लगवा सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके खेतों की सुरक्षा के लिए आर्थिक सहायता देना है। छोटे और सीमांत किसानों को इस योजना के तहत 60% यानी 48,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे वे अपनी फसलों को जंगली जानवरों से बचा सकें। इसके अलावा, मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना के तहत किसानों को अतिरिक्त 8,000 रुपये का अनुदान भी मिलता है, जिससे कुल मिलाकर उन्हें 56,000 रुपये तक की सहायता प्राप्त होती है।

इसके साथ ही, बड़े किसानों को 50% यानी 40,000 रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। अगर किसान समूह में आवेदन करते हैं, तो 10 या उससे अधिक किसान मिलकर 5 हेक्टेयर भूमि पर तारबंदी करवा सकते हैं। इस स्थिति में, प्रत्येक किसान को 400 मीटर की लंबाई के हिसाब से 70% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो कि बहुत फायदेमंद साबित होती है। इस तरह की सब्सिडी योजना से किसानों को न केवल फसलों की सुरक्षा मिलती है, बल्कि उनकी आय में भी सुधार होता है, क्योंकि उन्हें प्राकृतिक और जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाव मिलता है।

आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज

तारबंदी योजना के तहत आवेदन करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होती है। इनमें आधार कार्ड, खेत संबंधित दस्तावेज, निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, खसरा–खतौन (जो खेत की संपत्ति संबंधी जानकारी प्रदान करता है), बिजली का बिल (जो आवेदक के निवास स्थान का प्रमाण होता है), और बैंक खाता नंबर शामिल हैं। इन दस्तावेजों के माध्यम से किसानों की पहचान, उनकी भूमि की जानकारी, और वित्तीय स्थिति का सत्यापन किया जाता है, ताकि वे योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। इन सभी दस्तावेजों की सही और पूर्ण जानकारी होना आवश्यक है, ताकि आवेदन प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सके और किसान योजना का लाभ उठा सकें।

तारबंदी योजना के लिए ऐसे करें आवेदन

तारबंदी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया बहुत सरल है। सबसे पहले, आपको यूपी कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद, “टोकन बनाएं” बटन पर क्लिक करें। नया फार्म खुलने पर आपको आवश्यक विवरण भरकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। रजिस्ट्रेशन के बाद, आपको टोकन जनरेट करना होगा, फिर पक्का बिल और अन्य संबंधित जानकारी भरनी होगी। सभी जानकारी ध्यान से भरने के बाद, “भेजें” (submit) बटन पर क्लिक करें। इस प्रकार, आप यूपी तारबंदी योजना के लिए आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और अपनी फसलों को सुरक्षित बना सकते हैं।

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