दिल्ली सरकार ने सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसका नाम ‘देवी’ रखा गया है। इस पहल के तहत दिल्ली के गाजीपुर डिपो से 76 इलेक्ट्रिक बसें चालू की जाएंगी। इन बसों का उद्देश्य न सिर्फ दिल्लीवासियों को आरामदायक और पर्यावरण-friendly यात्रा का अनुभव देना है, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी की हवा की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाना है।

यह कार्यक्रम 22 अप्रैल, मंगलवार को शुरू होने वाला था, लेकिन पोप फ्रांसिस के निधन के कारण शोक की स्थिति में इसे स्थगित कर दिया गया। अब इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। ‘देवी’ पहल के तहत इन इलेक्ट्रिक बसों से दिल्ली की सड़कों पर प्रदूषण कम होगा और यात्रियों को एक स्वच्छ और सुरक्षित यात्रा का अवसर मिलेगा।
दिल्ली में कनेक्टिविटी की क्रांति
दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरचेंज (Devi) पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मेट्रो स्टेशनों और दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के मुख्य बस मार्गों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। दिल्ली परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन इलेक्ट्रिक बसों का पहला जत्था गाजीपुर डिपो से संचालित होगा। इन बसों से ‘लास्ट माइल कनेक्टिविटी’ में सुधार होगा, जिससे यात्रियों को मेट्रो स्टेशनों और बस स्टॉप तक आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी।
प्रत्येक बस लगभग 12 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, और फिलहाल यह सेवा गाजीपुर डिपो से शुरू की जाएगी। भविष्य में, नांगलोई और ईस्ट विनोद नगर डिपो में भी देवी बस सेवा की शुरुआत की योजना है। इस पहल से न केवल पर्यावरण पर सकारात्मक असर पड़ेगा, बल्कि यात्रियों के लिए यात्रा को और भी सुगम और आरामदायक बनाने में मदद मिलेगी। यह कदम दिल्ली के परिवहन तंत्र को और अधिक सशक्त और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कहाँ-कहाँ चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें
‘देवी’ पहल के तहत, दिल्ली में 76 नई इलेक्ट्रिक बसें विभिन्न प्रमुख रूटों पर संचालित की जाएंगी। इनमें से 8 बसें आनंद विहार आईएसबीटी टर्मिनल और केशव नगर मुक्ति आश्रम के बीच चलेंगी, जबकि 6 बसें सीमापुरी और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के बीच यात्रा करेंगी। इसके आलावा, 10 बसें मयूर विहार फेज-3 पेपर मार्केट और मोरी गेट टर्मिनल को जोड़ने के लिए निर्धारित की गई हैं। अन्य महत्वपूर्ण रूटों पर भी इन बसों का संचालन होगा। आनंद विहार आईएसबीटी टर्मिनल और स्वरूप नगर के बीच कई बसें चलेंगी, जिससे यात्रियों को और अधिक कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके अलावा, 6 बसें आनंद विहार आईएसबीटी, हमदर्द नगर और संगम विहार मार्ग पर चलेंगी, जो इस क्षेत्र में यात्रा की सुविधा को बेहतर बनाएंगी।
इसके साथ ही आनंद विहार आईएसबीटी से कापसहेड़ा बॉर्डर तक 14 बसें चलेंगी, जिससे यात्रियों को दोनों प्रमुख स्थानों के बीच यात्रा करना आसान होगा। यह पहल दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की सुलभता और पर्यावरण की रक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसके माध्यम से रोज़ाना यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए कनेक्टिविटी को सरल और सुविधाजनक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वच्छ हवा की ओर कदम
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री, मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि दिल्ली को सरकार की ओर से एक विशेष उपहार मिलेगा। सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोग सार्वजनिक परिवहन का अधिक से अधिक उपयोग करें, जिससे निजी वाहनों की संख्या में कमी आए और शहर की यातायात व्यवस्था सुधरे। उन्होंने यह भी बताया कि इलेक्ट्रिक बसें न केवल यात्रियों के लिए आरामदायक और सुविधाजनक होंगी, बल्कि पर्यावरण के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होंगी। इन बसों से प्रदूषण में काफी कमी आएगी और दिल्ली की हवा साफ़ होगी।
सिरसा ने यह भी कहा कि ‘देवी’ पहल के तहत शुरू होने वाली इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली के परिवहन तंत्र को एक नई दिशा देंगी। इससे न केवल कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि लोगों को आने-जाने में भी काफी आसानी होगी। यह पहल पर्यावरण संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दिखाती है और यह कदम दिल्ली को एक स्मार्ट और हरित शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।