देश के आठ प्रमुख शहरों में आवास बिक्री ने मजबूत मांग को दर्शाते हुए जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जिसके चलते 88,274 यूनिट्स की बिक्री हुई। यह जानकारी रियल एस्टेट एडवाइजरी कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने दी है। रिपोर्ट का नाम ‘इंडिया रियल एस्टेट: आवास एवं कार्यालय (जनवरी-मार्च 2025)’ है, जिसमें आठ प्रमुख शहरों के प्राथमिक (नए घर) आवास बाजार में स्थिर मांग का संकेत मिला है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, बाजार में स्थिरता बनी हुई है, और यह संकेत देता है कि रियल एस्टेट सेक्टर में अब भी सकारात्मक रुझान है, खासकर नए घरों की बिक्री में। बिक्री में यह वृद्धि आने वाले महीनों में भी जारी रह सकती है, अगर बाजार की स्थिति समान रहती है। इसके अलावा, रियल एस्टेट बाजार में वृद्धि की वजह से निवेशकों के लिए भी यह एक आकर्षक समय हो सकता है, जो अपने निवेश को सुरक्षित और लाभकारी देख रहे हैं।
एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, घरों की बिक्री में सबसे बड़ी सालाना गिरावट (49% की कमी) हैदराबाद में देखी गई, जबकि बेंगलुरु में यह गिरावट सबसे कम (16%) रही। जनवरी से मार्च की तिमाही के बीच नए घरों के लॉन्च की रफ्तार भी 10% कम हुई है। 2024 की पहली तिमाही में लगभग 1.11 लाख नए घर लॉन्च हुए थे, जबकि 2025 की पहली तिमाही में यह संख्या 1 लाख के आसपास रही है।
हालांकि, एनसीआर (नॉर्थ सेंट्रल रीजन), बेंगलुरु और कोलकाता में नए घरों की सप्लाई पिछले साल के मुकाबले बढ़ी है। इन क्षेत्रों में बाजार की स्थिति कुछ स्थिर रही है और यहाँ नई प्रॉपर्टीज की आपूर्ति में वृद्धि हुई है, जो इन शहरों में रियल एस्टेट बाजार की मांग को पूरा करने में मदद कर रही है।
इस बदलाव से यह भी संकेत मिलता है कि कुछ शहरों में बिक्री में गिरावट आ रही है, जबकि कुछ अन्य शहरों में रियल एस्टेट सप्लाई और डिमांड दोनों में वृद्धि हो रही है। इसके बावजूद, रियल एस्टेट बाजार में सुधार के संकेत भी हैं, और आने वाले समय में यह स्थिति और स्पष्ट हो सकती है, खासकर उन शहरों में जहां बढ़ी हुई सप्लाई को देखते हुए कीमतों में भी स्थिरता या वृद्धि देखी जा सकती है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) शिशिर बैजल ने कहा, “कुछ क्षेत्रों में बढ़ती गर्मी की चिंताओं के बावजूद रियल एस्टेट बाजार मजबूत बना हुआ है। प्रीमियम सेगमेंट की ओर निरंतर बढ़ता रुझान घर खरीदने वालों की बेहतर लाइफस्टाइल और बड़ी रहने की जगह की आकांक्षाओं को दर्शाता है। इससे पहले, एनारॉक ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि 2025 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में देश के 7 बड़े शहरों में लगभग 93,280 घर बिके। यह पिछले साल की इसी तिमाही में बिके 1.30 लाख से ज्यादा घरों के मुकाबले काफी कम है, जो बाजार में कुछ मंदी को दर्शाता है।
हालांकि, रियल एस्टेट बाजार में एक स्थिरता बनी हुई है, और प्रीमियम सेगमेंट में बढ़ती मांग यह संकेत देती है कि लोग अब भी बेहतर और अधिक सुविधाजनक आवास की तलाश में हैं। इस ट्रेंड को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि भले ही कुल बिक्री में कुछ कमी आई हो, लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले और प्रीमियम प्रॉपर्टीज की मांग में कोई गिरावट नहीं आई है, जो बाजार की मजबूती को दर्शाता है।
नाइट फ्रैंक ने कहा कि मार्च तिमाही में नए घरों की बिक्री सालाना आधार पर 2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 88,274 यूनिट्स तक पहुंच गई। नाइट फ्रैंक के आंकड़ों के अनुसार, मार्च तिमाही के दौरान बिक्री में मामूली वृद्धि देखने को मिली है। हालांकि, अन्य रियल एस्टेट एडवाइजरी कंपनियों—प्रॉपइक्विटी और एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में आवास की मांग में क्रमशः 23 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि विभिन्न रियल एस्टेट कंपनियों के बीच बाजार की स्थिति के आकलन में कुछ भिन्नताएँ हैं। जहां नाइट फ्रैंक ने बिक्री में हल्की वृद्धि की बात की है, वहीं अन्य कंपनियों का मानना है कि आवास की मांग में गिरावट आई है। इसके बावजूद, रियल एस्टेट बाजार में विभिन्न सेगमेंट्स में असमान रुझान दिखाई दे रहे हैं, और यह महत्वपूर्ण है कि आने वाले महीनों में यह गिरावट या वृद्धि किस दिशा में जाती है।