प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक के शेयर शुक्रवार (25 अप्रैल) को शुरुआती कारोबार में करीब 5% तक गिर गए। यह गिरावट बैंक के जनवरी-मार्च तिमाही नतीजों के एक दिन बाद देखने को मिली। एक्सिस बैंक ने गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद अपनी चौथी तिमाही (Q4 FY24) के नतीजे जारी किए। बैंक ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में उसे ₹7,118 करोड़ का मुनाफा हुआ है। यह आंकड़ा पिछले साल की समान तिमाही के मुनाफे ₹7,130 करोड़ से थोड़ा कम है, यानी मुनाफे में ज़्यादा बदलाव नहीं हुआ है।
हालांकि बैंक के ऑपरेशनल आंकड़े सकारात्मक रहे हैं। बैंक की करेंट और सेविंग्स अकाउंट (CASA) डिपॉजिट में 10% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि कुल डिपॉजिट में 7% का इज़ाफा दर्ज किया गया है। बावजूद इसके, शेयर बाजार में निवेशकों की प्रतिक्रिया थोड़ी निगेटिव रही और शेयरों में गिरावट देखी गई। जानकारों का मानना है कि मुनाफे में ग्रोथ की कमी और बाजार की अपेक्षाओं से थोड़ा कमजोर प्रदर्शन इसकी वजह हो सकता है। फिर भी कई ब्रोकरेज हाउस एक्सिस बैंक के फंडामेंटल्स को मजबूत मानते हुए इसके शेयर पर ‘BUY’ की सलाह दे रहे हैं और ₹1400 तक का टारगेट भी जता रहे हैं।
एनालिस्ट्स का भरोसा कायम
मार्च 2025 तिमाही (Q4 FY24) के स्थिर नतीजों के बाद भी एक्सिस बैंक को लेकर एनालिस्ट्स की राय सकारात्मक बनी हुई है। उनका मानना है कि बैंक के शेयर फिलहाल सस्ते वैल्यूएशन (कम कीमत के मुकाबले बेहतर मुनाफा) पर ट्रेड कर रहे हैं। यही वजह है कि एक्सिस बैंक का स्टॉक लंबी अवधि के निवेशकों के लिए वेल्थ क्रिएशन यानी धन बढ़ाने का एक अच्छा मौका पेश कर रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक की बैलेंस शीट मजबूत है, एसेट क्वालिटी अच्छी बनी हुई है और लोन ग्रोथ में भी सुधार देखा जा रहा है। इसके अलावा, CASA रेशियो और डिपॉजिट बेस में बढ़ोतरी बैंक की ग्रोथ पोटेंशियल को दर्शाती है। ऐसे में जिन निवेशकों की नजरें लॉन्ग टर्म रिटर्न पर हैं, उनके लिए एक्सिस बैंक एक मजबूत और भरोसेमंद विकल्प बन सकता है।
शेयर बाजार में गिरावट
तिमाही नतीजों के बाद एनालिस्ट्स की राय सकारात्मक बनी हुई है, लेकिन शुक्रवार को बाजार में गिरावट का असर Axis Bank के शेयरों पर भी साफ नजर आया। बीएसई (BSE) पर बैंक के शेयर करीब 4% तक टूट गए और ₹1,158 प्रति शेयर के दिन के निचले स्तर तक पहुंच गए।
वहीं, broader मार्केट की बात करें तो बीएसई सेंसेक्स में भी भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1,032.10 अंक या करीब 1.29% लुढ़ककर 78,769.33 के स्तर पर बंद हुआ। बाजार में यह गिरावट वैश्विक संकेतों और निवेशकों की मुनाफावसूली के चलते देखी जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर में मौजूदा गिरावट अल्पकालिक (शॉर्ट टर्म) है और जैसे-जैसे बैंक के फंडामेंटल्स में मजबूती दिखेगी, वैल्यूएशन आकर्षक होने के कारण इसमें रिकवरी की संभावना बनी रहेगी।