भारत में कॉफी का बढ़ता चलन
भारत, जहां चाय का बोलबाला लंबे समय से रहा है, अब तेजी से कॉफी की ओर रुख कर रहा है। विशेष रूप से युवाओं और शहरी आबादी के बीच कॉफी की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। इस बदलाव को देखते हुए कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स ने भारत में अपने पैर जमाए हैं। इन्हीं में से एक है कोस्टा कॉफी, जो अब भारत को अपना पसंदीदा और सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार मान रही है।
कोस्टा कॉफी की भारत में शुरुआत

कोस्टा कॉफी ने भारत में अपने सफर की शुरुआत 2005 में की थी। तब से लेकर अब तक कंपनी ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन आज भारत में इसकी मौजूदगी 50 से अधिक शहरों में फैल चुकी है। कंपनी के 200 से ज्यादा आउटलेट्स देशभर में संचालित हो रहे हैं और हर साल करीब 50 नए आउटलेट्स जुड़ रहे हैं।
भारत बना टॉप-5 बाजार का दावेदार
कोस्टा कॉफी के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी फिलिप शैली ने हाल ही में कहा कि मौजूदा वृद्धि दर को देखते हुए आने वाले पांच वर्षों में भारत कोस्टा कॉफी के लिए टॉप-5 बाजारों में शामिल हो सकता है। यह बात इस ओर इशारा करती है कि भारत में कॉफी का बाजार न केवल बढ़ रहा है, बल्कि कोस्टा जैसे ब्रांड्स के लिए लाभदायक भी सिद्ध हो रहा है।
युवाओं में बढ़ती लोकप्रियता
भारत की युवा आबादी कैफे कल्चर को तेजी से अपना रही है। दोस्तों से मिलने, पढ़ाई या ऑफिस वर्क के दौरान कैफे जाना एक आम आदत बन गई है। कोस्टा कॉफी ने अपने आउटलेट्स को ऐसे ही वातावरण में विकसित किया है, जहां ग्राहक आराम से बैठकर समय बिता सकें। यही कारण है कि कोस्टा युवाओं में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। कोस्टा कॉफी ने स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं और किसानों के साथ मिलकर कच्चे माल की आपूर्ति में ‘मेक इन इंडिया’ को भी बढ़ावा दिया है। इससे न केवल कंपनी की लागत घटती है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सहयोग मिलता है।