घरेलू ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने मार्च 2025 में बीते साल की तुलना में ट्रैक्टर की बिक्री में धमाकेदार 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने इस दौरान कुल 34,934 ट्रैक्टर की बिक्री की, जिसमें निर्यात भी शामिल है। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने बताया कि मार्च 2024 में कंपनी ने 26,024 ट्रैक्टर बेचे थे, जबकि इस साल मार्च में घरेलू बिक्री 32,582 यूनिट रही, जो कि पिछले साल के मार्च महीने में 24,276 ट्रैक्टर की बिक्री के मुकाबले 34 प्रतिशत ज्यादा है।
कंपनी की बिक्री में यह वृद्धि भारत में कृषि क्षेत्र में चल रहे सुधारों और किसानों की बढ़ती आय के संकेत के रूप में देखी जा रही है। इसके अलावा, महिंद्रा के ट्रैक्टरों की लोकप्रियता और उनके उच्च गुणवत्ता वाले फीचर्स को ध्यान में रखते हुए, किसानों ने इनकी खरीदारी में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है। महिंद्रा ने इस शानदार प्रदर्शन के लिए अपने मजबूत डीलर नेटवर्क और सेवा सुविधाओं को भी श्रेय दिया, जिसने ग्राहकों के विश्वास को और भी मजबूत किया। महिंद्रा एंड महिंद्रा का लक्ष्य आने वाले महीनों में इस गति को बनाए रखते हुए कृषि उपकरणों के क्षेत्र में अपनी बाजार हिस्सेदारी को और बढ़ाने का है।
कंपनी ने बताया कि इस दौरान निर्यात 2,352 यूनिट रहा। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के कृषि उपकरण क्षेत्र के अध्यक्ष, हेमंत सिक्का ने कहा कि अनुकूल मौसम की स्थिति, अच्छे जलाशय स्तर, मजबूत रबी परिदृश्य और किसानों के लिए व्यापारिक दृष्टिकोण की सकारात्मक शर्तों के कारण ट्रैक्टर उद्योग में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। उनके अनुसार, उत्तरी भारत में कटाई का मौसम शुरू हो चुका है, और पूरे देश में इस प्रक्रिया के सुचारू रूप से आगे बढ़ने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी कहा कि कृषि क्षेत्र में चल रहे सुधारों और किसानों की बढ़ती आय ने ट्रैक्टर की मांग को प्रोत्साहित किया है। महिंद्रा के ट्रैक्टर किसानों की कठिनाईयों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए गए हैं, जिससे उन्हें बेहतर प्रदर्शन, कम रख-रखाव और अधिक ईंधन दक्षता मिलती है। इसके अलावा, महिंद्रा की मजबूत डीलर नेटवर्क और सेवा सुविधाओं ने ग्राहकों के बीच विश्वास को और मजबूत किया है, जिसके परिणामस्वरूप बिक्री में यह उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। कंपनी का मानना है कि आने वाले महीनों में भी ट्रैक्टर उद्योग में यह सकारात्मक रुझान जारी रहेगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहां कृषि गतिविधियाँ तेज़ी से बढ़ रही हैं।