अप्रैल में इस सब्जी की खेती के लिए ‘माया’ किस्म सबसे बेस्ट है

माया किस्म की तोरई की खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है, क्योंकि गर्मियों में इसकी मांग बाजार में काफी रहती है।

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हरी सब्जियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती हैं, और लोग अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए इन्हें अपनी डायट में भी शामिल करते हैं। बाजारों में पूरे साल हरी सब्जियों की मांग बनी रहती है, जो सीजन के हिसाब से बदलती रहती है। इनमें से कुछ खास किस्में सब्जियों की गुणवत्ता और स्वाद को और भी बढ़ा देती हैं। ऐसी ही एक खास किस्म है ‘माया’ जो तोरई का प्रकार है और यह गर्मी के मौसम में उगाई जाती है और बाजार में भी मिलती है।

माया किस्म की तोरई की खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है, क्योंकि गर्मियों में इसकी मांग बाजार में काफी रहती है। किसान इस किस्म की खेती करके बेहतर उपज और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आइये आपको बताते हैं माया किस्म की खासियत और इसे किस तरह से और कब उगाया जाता हैं।

माया किस्म की तोरई की फसल बहुत अच्छी उपज देती है, जिससे किसानों को बहुत फायदा होता है। माया तोरई गर्मी के मौसम में बहुत अच्छे से उगती हैं और यह तेज धूप को भी आसानी से सेहन कर लेती हैं। इसके साथ ही इस किस्म में रोगों और कीटों की समस्या भी अन्य किस्म के मुकाबले कम होती है, जिससे फसल की सुरक्षा में बढ़ोतरी होती है। माया तोरई की बेलें काफी लंबे समय तक फल देती हैं, जिससे किसानों को अत्यधिक लाभ मिलता हैं। वहीँ इस माया किस्म की तोरई का स्वाद बहुत ही अच्छा और हमारे शरीर के लिए पौष्टिक भी होता है। जिससे लोग इसे ज्यादा खरीदते और पसंद करते हैं।

माया किस्म की तोरई को सही समय यानि की गर्मी के मौसम में उगाया जाता हैं। इसको उगाने का सही महीना अप्रैल से जून तक का होता हैं, क्यूंकि इन महीनों में गर्मियां ज्यादा पड़ती हैं, जिससे इस किस्म को उगने में सहायता मिलती हैं। दरअसल, इस किस्म को उगने के लिए अधिक तापमान की जरुरत होती हैं। इसलिए तरोई की सब्जी को गर्मियों के मौसम में ही उगाया जाता हैं। तरोई के बीज को बोन के लिए हल्की रेतीली और भुरभुरी मिट्टी की जरुरत होती हैं। साथ ही इन बीजों में पानी को भी समय-समय पर डाला जाता हैं। जिससे इस बीज की उपज सही तरीके से हो सके। वहीँ इसके उपज के लिए बीजों को जमीन में लगभग 1-2 इंच गहरा बोना चाहिए और पौधों के बीच पर्याप्त जगह छोड़नी चाहिए। साथ ही इसकी सिंचाई भी सही तरीके से करना चाहिए। क्यूंकि गर्मियों में इसको सिचांई की ज्यादा ज़रूरत होती हैं।

तोरई की खेती करके किसान अधिक पैसा कमा सकते हैं। क्यूंकि गर्मियों में तोरई की डिमांड बाजार में अधिक होती हैं। काफी लोग इससे खाना पसंद करते हैं। इसके साथ ही ये हमारे सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होती हैं।

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