रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी सुजलॉन एनर्जी को एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) से 378 मेगावाट की एक और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट का ऑर्डर मिला है। इस नए ऑर्डर के साथ अब तक सुजलॉन को एनटीपीसी से कुल 1,544 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं मिल चुकी हैं। यह प्रोजेक्ट भारत में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। इससे न सिर्फ देश के रिन्यूएबल एनर्जी टारगेट्स को गति मिलेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यह साझेदारी दोनों कंपनियों के बीच भरोसे और दीर्घकालिक सहयोग को भी दर्शाती है। सुजलॉन द्वारा निर्मित यह परियोजना, पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों के माध्यम से ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में मदद करेगी।
कंपनी ने बताया कि यह नया ऑर्डर बाज़ार में उसकी मजबूत स्थिति और सतत विकास के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह एनटीपीसी के साथ अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है, जो देश की हरित ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगी। इस परियोजना के तहत सुजलॉन 3.15 मेगावाट क्षमता वाले 120 विंड टर्बाइन लगाएगी। ये टर्बाइन आधुनिक तकनीक से तैयार किए गए हाइब्रिड लैटिस टावर (HLT) पर स्थापित किए जाएंगे, जो अधिक स्थायित्व और बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करते हैं।
इस प्रोजेक्ट के लिए सुजलॉन साइट डेवलपमेंट, सिविल व इलेक्ट्रिकल इंफ्रास्ट्रक्चर, टरबाइन की आपूर्ति, इंस्टॉलेशन, कमिशनिंग और लॉन्ग-टर्म ऑपरेशन व मेंटेनेंस सेवाएं भी प्रदान करेगी। कंपनी का मानना है कि यह प्रोजेक्ट न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
क्या कहा कंपनी ने
सुजलॉन एनर्जी के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने कहा कि उन्हें एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) के साथ जुड़कर भारत के स्वच्छ ऊर्जा मिशन में योगदान देने पर गर्व है। उन्होंने बताया कि NGEL का लक्ष्य 2032 तक 60 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल करना है, और यह साझेदारी उसी दिशा में एक मजबूत कदम है। गिरीश तांती ने यह भी कहा कि यह करार न केवल दोनों कंपनियों के बीच बढ़ते विश्वास को दर्शाता है, बल्कि यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन से निपटने और सस्टेनेबल डेवेलपमेंट के लक्ष्यों को पूरा करने में पवन ऊर्जा की अहम भूमिका को भी उजागर करता है। उन्होंने आगे बताया कि सुजलॉन देश में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों को भी मजबूती से समर्थन दे रही है, क्योंकि कंपनी अपने सभी विंड टर्बाइन्स और उपकरणों का निर्माण भारत में ही करती है।
शेयर बाजार में सुजलॉन की मजबूत चाल
बुधवार, 23 अप्रैल यानि कि आज सुजलॉन एनर्जी के शेयर शुरुआती कारोबार में 60 रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करते हुए मजबूती के साथ ट्रेड कर रहे थे। सुबह 11:40 बजे बीएसई पर कंपनी का शेयर 0.67% की बढ़त के साथ 59.69 रुपये पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, शेयर अभी भी अपने 52-हफ्तों के उच्चतम स्तर से करीब 31% नीचे ट्रेड कर रहा है। इसके बावजूद, हाल के दिनों में इसमें लगातार तेजी देखी गई है। पिछले दो हफ्तों में स्टॉक ने 16.42% की छलांग लगाई है, जो निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि एनटीपीसी से मिला नया ऑर्डर, कंपनी की ऑर्डर बुक को और मजबूत बनाता है, जिससे आगे आने वाले दिनों में भी स्टॉक में सकारात्मक रुझान बना रह सकता है।