प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के मोतिहारी से एक चुनावी रैली में ‘फिर एक बार NDA सरकार’ के नारे के साथ पूर्वी भारत के विकास के लिए बड़ा संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने 7,200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में रेल, मत्स्य पालन और ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार को विकसित किए बिना पूर्वी भारत का विकास अधूरा है और NDA सरकार इसके लिए पूरी तरह समर्पित है।
चंपारण से मुंबई तक सोच का विस्तार
मोदी ने चंपारण की ऐतिहासिक भूमि को याद करते हुए कहा कि जिस धरती ने आज़ादी की लड़ाई में गांधी जी के आंदोलन को दिशा दी, अब वही मोतिहारी शहर मुंबई जैसी आधुनिकता की ओर बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि बीते 45 दिनों में बिहार के 24 हजार स्वयं सहायता समूहों को 1,000 करोड़ रुपये की मदद दी गई है। उन्होंने गर्व से कहा कि देश की 1.5 करोड़ ‘लखपति दीदियों’ में से 20 लाख महिलाएं बिहार से हैं।
विपक्ष पर तीखा हमला
मोदी ने कांग्रेस और राजद गठबंधन पर गरीबों के नाम पर राजनीति करने और जनता से झूठे वादे कर जमीनें हड़पने का आरोप लगाया। ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राजद के नेताओं ने युवाओं को नौकरी देने के बहाने धोखा दिया है। उनके अनुसार, बिहार में जब राजद-कांग्रेस की सरकार थी, तब विकास की कोई दिशा नहीं थी। लेकिन अब केंद्र सरकार ने देशभर में एक लाख करोड़ रुपये का निवेश कर रोजगार के अवसर पैदा करने का संकल्प लिया है।
नीतीश कुमार की मुफ्त बिजली योजना
जनसभा में मौजूद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में राज्य में हर महीने 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा को प्रधानमंत्री मोदी की सलाह बताया। उन्होंने कहा कि अब लोगों को बिजली के लिए भुगतान नहीं करना होगा। नीतीश ने विश्वास जताया कि वह फिर से चुनाव जीतकर लगातार पांचवीं बार सत्ता में आएंगे। मोदी ने नीतीश की बातों का हाथ जोड़कर स्वागत किया।
बंगाल को 5,400 करोड़ रुपये की सौगात
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल को भी 5,400 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। इनमें तेल एवं गैस, बिजली, रेल और सड़क से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। बांकुड़ा और पुरुलिया जिलों में 1,950 करोड़ रुपये की शहरी गैस वितरण परियोजना की आधारशिला रखी गई, जो घरों और उद्योगों को पाइप्ड नेचुरल गैस और सीएनजी की सुविधा देगी। इससे क्षेत्र में रोज़गार भी बढ़ेगा।
प्राकृतिक गैस और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा
मोदी ने ‘ऊर्जा गंगा’ योजना के तहत दुर्गापुर से कोलकाता तक 132 किमी लंबी गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित की, जिसकी लागत 1,190 करोड़ रुपये है। इस पाइपलाइन से पूर्व बर्धमान, हुगली और नदिया जिलों के लाखों लोगों को निरंतर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति मिलेगी। इसके अलावा, दामोदर घाटी निगम के दो थर्मल पावर प्लांट्स में फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (FGD) तकनीक के ज़रिए वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने वाली परियोजना को भी समर्पित किया गया।
रेलवे और औद्योगिक विकास
प्रधानमंत्री ने पुरुलिया से कोटशिला के बीच 36 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन के दोहरीकरण का उद्घाटन किया, जिस पर 390 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं। दुर्गापुर में सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के मंत्र के साथ बंगाल की अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंच पर पहुंचाया जाएगा।
विकास की गति तेज
एक ही दिन में 12,600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट संकेत दिया कि उनकी सरकार पूर्वी भारत को विकास का नया इंजन बनाना चाहती है। रोजगार, ऊर्जा, परिवहन और स्वच्छता जैसे क्षेत्रों में इन निवेशों से बिहार और बंगाल की तस्वीर बदलने की तैयारी हो रही है। चुनावी माहौल में यह केवल घोषणा आत्मनिर्भर, विकसित और समृद्ध पूर्वी भारत का रोडमैप है।