भारत के डिजिटल ऐप बाजार में इस समय सबसे बड़ी खबर आई है – जोहो (Zoho) का स्वदेशी मैसेजिंग ऐप Arattai (अरटई) अब ChatGPT और Google Gemini जैसे ग्लोबल दिग्गजों को पछाड़ते हुए भारत में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप्लिकेशन बन गया है। यह उपलब्धि ऐसे समय में आई है जब केंद्र सरकार ‘स्वदेशी डिजिटल उत्पाद अपनाने’ पर जोर दे रही है।
Arattai ने डाउनलोड में धमाकेदार उछाल
गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर दोनों पर Arattai की रफ्तार ने सबको हैरान कर दिया है। 25 सितंबर को यह ऐप स्टोर पर 82वें स्थान पर था, लेकिन सिर्फ दो दिनों में 27 सितंबर तक यह दूसरे नंबर पर पहुंच गया (केवल Google Gemini से पीछे)। 29 सितंबर को इसने शीर्ष स्थान हासिल किया और तब से यह नंबर वन पायदान पर बना हुआ है।
गूगल प्ले स्टोर पर भी यही ट्रेंड देखने को मिला। 27 सितंबर को अरटई 117वें स्थान पर था, लेकिन 1 अक्टूबर तक यह तीसरे स्थान पर पहुंचा और अगले ही दिन पहला स्था हासिल कर लिया। 7 अक्टूबर तक यह टॉप रैंक पर कायम रहा, जिससे यह साफ है कि भारतीय यूज़र्स अब स्वदेशी ऐप्स को तेजी से अपना रहे हैं।
‘स्वदेशी डिजिटल मिशन’ का असर
Arattai की सफलता के पीछे सरकार की स्वदेशी डिजिटल उत्पाद अपनाओ मुहिम की बड़ी भूमिका है। 22 सितंबर को केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री मोदी के “Make in India” अभियान की तर्ज पर लोगों से भारतीय सॉफ्टवेयर और ऐप्स को अपनाने की अपील की थी। इसके बाद अरटई को जबरदस्त गति मिली। इतना ही नहीं, उद्योगपति आनंद महिंद्रा जैसे दिग्गजों ने भी सोशल मीडिया पर अरटई को प्रमोट किया, जिससे इसका डाउनलोड और लोकप्रियता दोनों बढ़ गए।
Zoho की सफलता और Arattai की खासियतें
Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने बताया कि 3 अक्टूबर तक अरटई को 75 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका था। हालांकि उन्होंने कहा कि कंपनी इस सफलता के बावजूद जल्दबाजी में कोई बड़ा व्यावसायिक कदम नहीं उठाएगी। अरटई की लोकप्रियता का कारण इसका सुरक्षित और स्वदेशी प्लेटफॉर्म है। यह ऐप भारत में ही डेटा स्टोर करता है और इसमें कोई विज्ञापन नहीं दिखाए जाते। इसके अलावा इसका इंटरफेस साफ-सुथरा और सरल है, जो भारतीय यूजर्स को खासा पसंद आ रहा है।
Perplexity AI भी बना दूसरा सबसे लोकप्रिय ऐप
Arattai के साथ-साथ एक और एआई प्लेटफॉर्म Perplexity AI ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है। आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र अरविंद श्रीनिवास द्वारा सह-स्थापित यह ऐप अब ChatGPT और Gemini को पीछे छोड़कर भारत का दूसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया ऐप बन गया है। Perplexity यूजर्स को जेनरेटिव एआई के ज़रिए सटीक उत्तर और जानकारी प्रदान करता है, जो भारतीय यूजर्स के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
WhatsApp को टक्कर? अभी नहीं, लेकिन शुरुआत मजबूत
हालांकि अरटई की यह सफलता ऐतिहासिक है, पर यह WhatsApp जैसी दिग्गज कंपनी को चुनौती देने से अभी काफी दूर है। भारत में व्हाट्सऐप के 53.7 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं, जबकि अरटई अभी शुरुआती चरण में है। इसके बावजूद अरटई को कुछ बड़े फायदे मिल रहे हैं। जैसे भारत में डेटा स्टोरेज की पारदर्शिता, कोई विज्ञापन नहीं आता है, सुरक्षित ऑडियो-वीडियो कॉल (एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन) और सबसे बड़ी बात स्वदेशी ब्रांड पर लोगों का भरोसा। हालांकि, विशेषज्ञों के मुताबिक मैसेजिंग एन्क्रिप्शन फिलहाल पूरी तरह लागू नहीं हुआ है, जो भविष्य में इसके लिए एक अहम चुनौती होगी।
स्वदेशी ऐप्स की नई शुरुआत
अरटई की सफलता यह संकेत देती है कि भारत में स्वदेशी डिजिटल इकोसिस्टम तेजी से मजबूत हो रहा है। ChatGPT और Gemini जैसे ग्लोबल प्लेटफॉर्म को पछाड़कर नंबर वन बनना न केवल Zoho के लिए, बल्कि भारत की टेक इंडस्ट्री के लिए भी गौरव की बात है। यह सफलता इस बात का सबूत है कि जब सरकार, उद्योग और आम लोग एक साथ ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विज़न पर आगे बढ़ते हैं, तो वैश्विक मंच पर भारतीय ऐप्स भी अपनी पहचान बना सकते हैं।