भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने अमेरिकन एक्सल एंड मैन्युफैक्चरिंग होल्डिंग्स इंक. द्वारा डॉवेलिस ग्रुप पीएलसी की 100% शेयरधारिता के प्रस्तावित अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है। इस प्रस्ताव के तहत अमेरिकन एक्सल डॉवेलिस ग्रुप की पूरी शेयर पूंजी खरीदेगा और कंपनी पर उसका पूर्ण नियंत्रण होगा।

यह अधिग्रहण दोनों कंपनियों के वैश्विक संचालन को और अधिक मजबूती देगा। इससे तकनीकी नवाचार, उत्पादन क्षमता और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार आने की संभावना है। खासतौर पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में ड्राइव ट्रांसमिशन और धातु से जुड़े हिस्सों की आपूर्ति श्रृंखला को नया बल मिलेगा। भारत में भी इस विलय से ऑटोमोटिव उद्योग को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा क्योंकि दोनों कंपनियाँ पहले से ही यहाँ सक्रिय हैं। यह सौदा न केवल व्यापारिक विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है बल्कि इससे नौकरी के अवसर, स्थानीय निवेश और प्रौद्योगिकियों के आदान-प्रदान में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
अमेरिकन एक्सल एंड मैन्युफैक्चरिंग होल्डिंग्स इंक न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध एक प्रमुख वैश्विक कंपनी है। यह आम समूह की अंतिम मूल इकाई है। AAM समूह विश्व स्तर पर इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और आंतरिक दहन इंजन वाले वाहनों के लिए ड्राइव ट्रांसमिशन सिस्टम और धातु निर्माण तकनीक के डिजाइन, इंजीनियरिंग और निर्माण में सक्रिय है। भारत में यह समूह ड्राइव ट्रांसमिशन और धातु ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स की आपूर्ति करता है।
वहीं डॉवेलिस ग्रुप पीएलसी एक ब्रिटिश कंपनी है, जो लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है और डॉवेलिस समूह की UPE यानि कि (अंतिम मूल इकाई) है। डॉवेलिस समूह वैश्विक स्तर पर ड्राइवलाइन उत्पादों, सिंटर धातु निर्माण, एटमाइज्ड मेटल पाउडर के उत्पादन और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों के जरिए बनाए गए उत्पादों के निर्माण में शामिल है। भारत में डॉवेलिस समूह भी ड्राइव ट्रांसमिशन और ऑटोमोटिव धातु घटकों की आपूर्ति करता है। सीसीआई ने इस अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है हालांकि इस संबंध में आयोग का विस्तृत आदेश बाद में जारी किया जाएगा।