पिछले एक साल में निवेश बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कभी शेयर बाजार ने उड़ान भरी तो कभी भू-राजनीतिक घटनाओं ने ब्रेक लगा दिया। लेकिन इस उतार-चढ़ाव के बीच भी तीन बड़े निवेश विकल्प शेयर बाजार, सोना और क्रिप्टोकरेंसी ने अपनी-अपनी रफ्तार से निवेशकों को रिटर्न दिया। 20 जून 2024 से 19 जून 2025 के बीच की बात करें तो सबसे बेहतरीन प्रदर्शन क्रिप्टोकरेंसी ने किया जबकि सोने ने भी निवेशकों को खूब फायदा पहुंचाया।
शेयर बाजार की स्थिर रफ्तार
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (सेंसेक्स) ने बीते साल लगभग 5.38% का रिटर्न दिया। 21 जून 2024 को सेंसेक्स 77,209.90 पर था, जो 19 जून 2025 को बढ़कर 81,361 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी 50 का प्रदर्शन भी लगभग बराबर ही रहा। घरेलू कंपनियों की आय बढ़ी, निवेशकों का विश्वास बना रहा लेकिन वैश्विक तनाव और ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव ने बड़ी तेजी को रोक दिया।
क्यों बढ़ा सोने का दाम?
सोना इस बार सिर्फ गहनों तक सीमित नहीं रहा बल्कि निवेश में भी भारी चमका। बीते एक साल में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹73,249 से बढ़कर ₹1,01,540 प्रति 10 ग्राम हो गई, जिससे करीब 38.62% का रिटर्न मिला। वैश्विक महंगाई, डॉलर की कमजोरी और मध्य पूर्व के तनाव ने सोने को ‘सुरक्षित निवेश’ बना दिया। भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों की मांग ने इसमें और इंधन डाला।
क्रिप्टोकरेंसी बना बादशाह
बिटकॉइन ने बीते साल निवेश की दुनिया में सबसे बड़ा धमाका किया। इसकी कीमत 65 हजार डॉलर से बढ़कर 104,684.78 डॉलर हो गई। जिससे निवेशकों को 61.05% का रिटर्न मिला। बिटकॉइन हैल्विंग इवेंट, क्रिप्टो को वैधता देने वाले कदम और बड़े निवेशकों की भागीदारी ने इसकी मांग को काफी उछाल दिया।
नतीजा
अगर बीते एक साल की बात करें तो रिटर्न की इस रेस में क्रिप्टो सबसे तेज घोड़ा साबित हुआ वहीं सोना दूसरे स्थान पर रहा जबकि शेयर बाजार ने निवेशकों को स्थिर लेकिन सीमित रिटर्न दिया।