गुरुवार को राजधानी दिल्ली की सर्राफा बाजार में सोना-चांदी खरीदने वालों को थोड़ी राहत मिली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव के चलते दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट आई। सोने की कीमत 150 रुपये की गिरावट के साथ 1,00,560 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। जबकि 99.5% शुद्धता वाला सोना 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) पर मिल रहा है।
चांदी की बात करें तो इसमें बड़ी गिरावट देखने को मिली। बुधवार को रिकॉर्ड स्तर यानी 1,08,200 रुपये प्रति किलो तक पहुंचने के बाद गुरुवार को यह 1,000 रुपये सस्ती होकर 1,07,200 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण है अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ब्याज दरों को न बदलने का फैसला। कोटक सिक्योरिटीज की रिसर्च एवीपी कायनात चैनवाला के अनुसार, इस फैसले से डॉलर मजबूत हुआ और इसका सीधा असर सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा। ग्लोबल मार्केट में सोना हल्की गिरावट के साथ 3,365.90 डॉलर प्रति औंस और चांदी करीब 1% गिरकर 36.37 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
बाजार की उम्मीद थी कि फेड ब्याज दरों में कटौती करेगा लेकिन अब यह संभावना कम से कम छह महीने के लिए टल गई है। इससे निवेशकों का भरोसा डॉलर पर और बढ़ गया है जबकि सोने में थोड़ी कमजोरी देखने को मिली। हालांकि, पश्चिम एशिया में जारी तनाव सोने को कुछ हद तक समर्थन दे रहा है। एलकेपी सिक्योरिटीज के जतीन त्रिवेदी के मुताबिक, भू-राजनीतिक तनावों की वजह से निवेशक अब भी सोने को एक सुरक्षित निवेश मान रहे हैं। यही कारण है कि गिरावट सीमित रही है और कीमतें स्थिर रहने की संभावना है।
इस वक्त निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। भाव में उतार-चढ़ाव आगे भी जारी रह सकता है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय घटनाएं सोने-चांदी की चाल को तय कर रही हैं।