Lucknow जो अपनी तहज़ीब और नवाबी ठाठ के लिए जाना जाता है, अब एक और बड़ी पहचान की ओर बढ़ रहा है – बेहतर ट्रैफिक और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर। राजधानी की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत देने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने एक और बड़ा कदम बढ़ाया है। शहर के अंदरूनी ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए अब फ्लाईओवरों का जाल बिछाया जा रहा है।
हजरतगंज से शहीद पथ तक सफर होगा आसान
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने लामार्टीनियर कॉलेज से जी-20 रोड तक 2300 मीटर लंबे फ्लाईओवर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 315 करोड़ रुपये है और इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। यह फ्लाईओवर ग्रीन कॉरिडोर परियोजना के तीसरे चरण का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य है शहर के मध्य क्षेत्र से लेकर बाहरी इलाकों तक बिना रुकावट यात्रा सुनिश्चित करना।
ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट से बदल रहा है ट्रैफिक सिस्टम

लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के अनुसार, शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट को तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है। परियोजना के पहले चरण में आईआईएम रोड से पक्का पुल तक सड़क चौड़ीकरण, चार लेन सड़क और फ्लाईओवर निर्माण का काम पूरा किया जा चुका है।
दूसरे चरण में पक्का पुल से समतामूलक चौराहे तक सड़क और फ्लाईओवर निर्माण अपने अंतिम चरण में है। अब बारी है तीसरे चरण की, जिसमें गोमती नदी के दाएं किनारे पर लामार्टीनियर कॉलेज से आर्मी लैंड होते हुए जी-20 रोड तक लगभग 2300 मीटर लंबा 4-लेन फ्लाईओवर कम रेल ओवरब्रिज (आरओबी) बनाया जाएगा।
दो साल में तैयार होगा नया फ्लाईओवर
यह फ्लाईओवर दो साल में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बन जाने के बाद हजरतगंज, गोमतीनगर और आसपास के इलाकों के लोगों के लिए ट्रैफिक से बड़ी राहत मिलेगी। अब शहर के मध्य भाग से शहीद पथ, इकाना स्टेडियम, पुलिस मुख्यालय, एयरपोर्ट और अयोध्या रोड तक पहुँचना बेहद आसान हो जाएगा। एलडीए के अनुसार, इस फ्लाईओवर से ट्रैफिक का बोझ काफी हद तक कम होगा और आवागमन का समय भी घटेगा।
ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
पीआईयू प्रभारी ए.के. सिंह सेंगर ने बताया कि यह फ्लाईओवर लामार्टीनियर कॉलेज के पास से शुरू होकर पिपराघाट रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरेगा और जी-20 रोड से जुड़ जाएगा। इस मार्ग के बनने से 1090 चौराहा, कालीदास मार्ग और विक्रमादित्य मार्ग जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाम की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। यह परियोजना ट्रैफिक सुधारने में मदद करेगी साथ में आसपास के क्षेत्रों में व्यापारिक और आवासीय विकास को भी गति देगी।
गोमती नदी पर बनेगा नया ब्रिज
ग्रीन कॉरिडोर परियोजना के तहत गोमती नदी पर 250 मीटर लंबा नया ब्रिज भी बनाया जाएगा। यह ब्रिज आर्मी लैंड के पास बनने वाली बंधा रोड को जी-20 रोड से जोड़ेगा। इस पुल की अनुमानित लागत 60 करोड़ रुपये रखी गई है और इसे एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके निर्माण से रिवर राइट बैंक रोड से गुजरने वाले वाहनों को सीधा कनेक्शन मिलेगा, जिससे ट्रैफिक का बोझ और घटेगा।
आधुनिक लखनऊ की दिशा में बड़ा कदम
लखनऊ को स्मार्ट सिटी की दिशा में ले जाने के लिए यह प्रोजेक्ट बेहद अहम है। किसान पथ से बाहरी कनेक्टिविटी बनने के बाद अब अंदरूनी सड़कों और फ्लाईओवरों को मजबूत किया जा रहा है। एलडीए की योजना है कि आने वाले वर्षों में शहर के सभी प्रमुख मार्गों को स्मार्ट ट्रैफिक नेटवर्क से जोड़ा जाए। शहरवासी भी इस बदलाव का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं, ताकि रोज़मर्रा की जाम की परेशानी से छुटकारा मिल सके।
लामार्टीनियर कॉलेज से जी-20 रोड तक बनने वाला यह नया फ्लाईओवर लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि आधुनिक लखनऊ की ओर बढ़ता हुआ पुल है जहाँ जाम से राहत, समय की बचत और सुगम सफर एक हकीकत बनने जा रही है।