अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को रोका। व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर उनके पास टैरिफ लागू करने का अधिकार नहीं होता, तो कम से कम सात में से चार युद्ध आज भी जारी होते।
ट्रंप ने यह भी बताया कि उनके व्यापारिक कदम और टैरिफ नीतियों ने अमेरिका को तो आर्थिक लाभ पहुंचाया है साथ में शांति बनाए रखने में भी मदद की है। उन्होंने कहा, “मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने क्या ठीक कहा, लेकिन जो कहा वह बहुत प्रभावी था। टैरिफ की वजह से हम सिर्फ सैकड़ों अरब डॉलर ही नहीं कमाए, बल्कि एक पीसकीपर की भूमिका भी निभाई।”
टैरिफ और शांति: Trump का दावा
ट्रंप लगातार इस बात पर जोर देते रहे हैं कि मई में भारत की सशस्त्र सेनाओं द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव कम करने में उनका योगदान रहा। उन्होंने कहा कि उनके हस्तक्षेप और टैरिफ पॉलिसी ने दोनों देशों को युद्ध से रोकने में मदद की। उन्होंने आगे बताया कि टैरिफ अमेरिका के लिए सिर्फ आर्थिक लाभ का जरिया नहीं हैं, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ट्रंप ने कहा, “हम फिर से एक अमीर और शक्तिशाली देश बन गए हैं। मैंने सात युद्ध समाप्त किए, और उनमें से कम से कम आधे युद्ध मेरे व्यापार और टैरिफ क्षमता की वजह से बंद हुए।”
पाकिस्तान के नेतृत्व ने trump की सराहना की
हाल ही में ट्रंप ने पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनिर का हवाला दिया। मुनिर ने कथित तौर पर ट्रंप को धन्यवाद दिया कि उन्होंने संभावित युद्ध को रोका। मुनिर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के बाद व्हाइट हाउस का दौरा किया और वहां ट्रंप के हस्तक्षेप के लिए आभार जताया।
ट्रंप ने इस मौके पर दोहराया कि उनके कदमों ने न सिर्फ अरबों डॉलर कमाए, बल्कि अमेरिका को एक पीसकीपर के रूप में भी स्थापित किया। उनके अनुसार, “यदि मेरे पास टैरिफ का अधिकार नहीं होता, तो कम से कम चार युद्ध आज भी जारी होते।”
भारत-पाकिस्तान का ऑपरेशन सिंदूर
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया टकराव की शुरुआत 6-7 मई की रात हुई, जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन का मकसद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाना था। इससे पहले, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। ऑपरेशन के दौरान दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसी देशों के बीच चार दिन तक जबरदस्त सैन्य टकराव हुआ। हालांकि, ट्रंप का दावा है कि उनके हस्तक्षेप और टैरिफ नीतियों की वजह से यह टकराव जल्द ही समाप्त हुआ।
नोबेल शांति पुरस्कार की दिशा में ट्रंप
ट्रंप के ये बयान नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा से कुछ दिन पहले आए हैं। 10 अक्टूबर को इस पुरस्कार की घोषणा होनी है, और ट्रंप लंबे समय से इसके लिए प्रयासरत रहे हैं। उन्होंने हाल ही में अपने नामांकन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी मांगा। ट्रंप का मानना है कि उन्होंने सात युद्ध समाप्त किए हैं, और यदि उन्हें यह सम्मान नहीं मिला, तो यह अमेरिका के लिए अपमान की बात होगी। उनके अनुसार, उनके कदम केवल अमेरिका के हित में ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति बनाए रखने में भी अहम रहे।
ट्रंप के बयानों के अनुसार, टैरिफ एक आर्थिक हथियार होने के साथ, यह अमेरिका की वैश्विक कूटनीति और शांति स्थापना की रणनीति का भी हिस्सा हैं। उनके बयान भारत-पाकिस्तान तनाव और उनके शांति प्रयासों को लेकर विवादित जरूर हैं, लेकिन ट्रंप ने इसे अपनी ‘पीसकीपर’ भूमिका का प्रमाण बताया है।