भारत का ई-कॉमर्स बाजार तेजी से बढ़ रहा है और वैश्विक कंपनियों की नजर अब भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था पर टिक गई है। ऐसे में दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी Walmart ने भी भारत में अपने विस्तार की रणनीति तेज कर दी है। कंपनी ने संकेत दिए हैं कि वह भारत के 1 लाख करोड़ डॉलर के ई-कॉमर्स मार्केट को ध्यान में रखते हुए बड़ा निवेश करने जा रही है।

Walmart पहले ही भारत में Flipkart के ज़रिए अपनी मज़बूत उपस्थिति दर्ज कर चुकी है। 2018 में Walmart ने Flipkart में बहुमत हिस्सेदारी खरीदकर यह स्पष्ट कर दिया था कि वह भारत के डिजिटल कॉमर्स में लंबी दौड़ के लिए आई है। अब कंपनी का ध्यान केवल फ्लिपकार्ट तक सीमित नहीं है बल्कि वह सप्लाई चेन, लॉजिस्टिक्स, तकनीक और छोटे व्यापारियों के डिजिटलीकरण पर भी काम कर रही है।
भारत में ई-कॉमर्स की मांग शहरी क्षेत्रों से निकलकर अब ग्रामीण इलाकों तक पहुँच चुकी है। स्मार्टफोन की बढ़ती पहुँच, सस्ता इंटरनेट और डिजिटल भुगतान की सुविधा ने ऑनलाइन शॉपिंग को आम लोगों की आदत बना दिया है। Walmart इसी बदलते ट्रेंड को समझते हुए भारत में अपने बुनियादी ढांचे को और मजबूत करना चाहती है।
कंपनी के अधिकारियों के अनुसार भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजारों में से एक बन चुका है। Walmart का लक्ष्य है कि वह न केवल ऑनलाइन शॉपिंग को बढ़ावा दे बल्कि भारत के लाखों छोटे व्यापारियों और MSMEs को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से जोड़कर उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के काबिल बनाए। इसके लिए कंपनी लॉजिस्टिक पार्क, वेयरहाउसिंग और डिजिटल टेक्नोलॉजी पर निवेश कर रही है।
सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ जैसी योजनाओं के कारण विदेशी कंपनियों को भारत में व्यापार विस्तार का सुनहरा मौका मिला है। Walmart भी इन योजनाओं का लाभ उठाकर भारत को अपने वैश्विक संचालन का एक अहम केंद्र बनाना चाहती है। Walmart का भारत में ई-कॉमर्स विस्तार न केवल कंपनी के लिए लाभदायक होगा बल्कि इससे लाखों भारतीय व्यापारियों और उपभोक्ताओं को भी लाभ मिलेगा। यह कदम भारत को ग्लोबल डिजिटल मार्केट में एक मजबूत पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।