अप्रैल 2025 भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक नई रफ्तार लेकर आया। देशभर में कुल मिलाकर 22.87 लाख से अधिक गाड़ियां बेची गईं, जिसमें कारें, टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर शामिल हैं। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि भारतीय उपभोक्ता अब वाहन खरीदने को लेकर पहले से अधिक तैयार और आश्वस्त हैं। वाहन बिक्री के ये आँकड़े इस ओर भी इशारा करते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिरता लौट रही है और उपभोक्ता विश्वास में सुधार हो रहा है। त्योहारों के सीज़न की तैयारी, ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सुधार और शहरी इलाकों में डिजिटल फाइनेंसिंग ने ऑटोमोबाइल बिक्री को नई ऊर्जा दी है।
देश के बड़े ब्रांड्स जैसे Maruti Suzuki, Hyundai, Tata Motors, Hero MotoCorp, Honda, Bajaj, TVS, Mahindra आदि ने अप्रैल महीने में बिक्री के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। खासकर एंट्री-लेवल और मिड-सेगमेंट की गाड़ियों को लोगों ने ज्यादा पसंद किया है।
ब्रांड-वाइज प्रदर्शन

अप्रैल 2025 में वाहन बिक्री के आंकड़े यह दिखाते हैं कि देश की कुछ प्रमुख कंपनियों ने बाज़ार में अपनी पकड़ और भी मजबूत कर ली है। इनमें सबसे आगे रही Maruti Suzuki, जिसने इस महीने लगभग 1.78 लाख गाड़ियों की बिक्री की। यह पिछले साल अप्रैल की तुलना में 12% की बढ़ोतरी है।
- Hyundai Motors India ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, जहां कंपनी ने 60,000 से अधिक गाड़ियों की बिक्री की। खासकर Creta और i20 जैसी गाड़ियों को ग्राहकों ने खूब पसंद किया।
Tata Motors की इलेक्ट्रिक गाड़ियों ने भी लोगों का ध्यान खींचा। Nexon EV और Tiago EV जैसे मॉडल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है। - Mahindra & Mahindra ने SUV सेगमेंट में अपनी स्थिति को और मज़बूत किया है। Scorpio और XUV700 की मजबूत मांग ने कंपनी को अप्रैल में लगभग 41,000 यूनिट्स तक पहुँचाया।
Honda और Toyota की मिड-सेगमेंट और हाइब्रिड कारें भी लोगों की पहली पसंद बनीं।
दोपहिया वाहनों की बात करें तो Hero MotoCorp और TVS ने जबरदस्त उछाल दर्ज किया। Hero ने Splendor और HF Deluxe के साथ ग्रामीण बाज़ार में पकड़ बनाए रखी जबकि TVS की Jupiter और Apache श्रृंखला शहरी ग्राहकों की पसंद बनी रही।
टू- और थ्री-व्हीलर वाहनों की वापसी

अप्रैल 2025 में टू-व्हीलर सेगमेंट में 14 लाख से अधिक यूनिट्स की बिक्री हुई, जो कुल बिक्री का बड़ा हिस्सा है। इसमें ग्रामीण भारत की मांग का बड़ा योगदान रहा। Hero, Honda और TVS की बाइक और स्कूटर ने लाखों की संख्या में बिक्री की।
थ्री-व्हीलर सेगमेंट में भी सुधार देखने को मिला है। विशेषकर CNG और इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर की मांग बढ़ी है। Bajaj Auto और Mahindra Electric जैसी कंपनियों ने इस क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत की है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता

अप्रैल 2025 में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बिक्री में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोतरी देखी गई। Tata Motors, Mahindra Electric, MG Motor, और BYD जैसी कंपनियों ने EV सेगमेंट में मजबूत पकड़ बना ली है। Tata की Tiago EV और Nexon EV ग्राहकों की पहली पसंद बन गई हैं। राज्यों की EV नीति, केंद्र सरकार की FAME II सब्सिडी और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश ने इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता को नई ऊंचाई दी है। दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात जैसे राज्यों में EVs की बिक्री में 30% से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में भी ई-रिक्शा और थ्री-व्हीलर इलेक्ट्रिक गाड़ियां ट्रांसपोर्ट का नया विकल्प बन चुकी हैं। इसके चलते Mahindra और Piaggio जैसी कंपनियों को नए बाज़ार मिल रहे हैं।
डिजिटल फाइनेंसिंग और बुकिंग
आज की डिजिटल दुनिया में वाहन खरीदने की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गई है। अप्रैल 2025 में 40% से अधिक वाहन बुकिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए हुईं। ऑनलाइन पोर्टल्स, फाइनेंसिंग ऐप्स, और इंस्टेंट लोन अप्रूवल ने युवा उपभोक्ताओं को प्रभावित किया है। Paytm, Bajaj Finserv, और HDFC जैसे प्लेटफॉर्म्स ग्राहकों को EMI प्लान्स, जीरो डाउन पेमेंट, और इंस्टेंट अप्रूवल जैसी सुविधाएं दे रहे हैं। डिजिटल इंश्योरेंस, व्हीकल एक्सचेंज ऑफर और लाइव स्टॉक चेक जैसी सुविधाओं ने बिक्री को एक नया रूप दिया है।
उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव
अब ग्राहक केवल वाहन की कीमत और माइलेज पर ध्यान नहीं देते, बल्कि वो अनुभव, टेक्नोलॉजी, सेफ्टी फीचर्स, और पर्यावरणीय जिम्मेदारी को भी अहमियत देते हैं। SUVs और कॉम्पैक्ट SUVs की बढ़ती डिमांड इसका प्रमाण हैं। लोग अब बूट स्पेस, सस्पेंशन क्वालिटी, ADAS टेक्नोलॉजी, सनरूफ और कनेक्टेड कार फीचर्स पर भी ध्यान दे रहे हैं। Millennials और Gen-Z वर्ग के ग्राहक खासकर ऐसे फीचर्स की मांग कर रहे हैं, जो उन्हें स्मार्ट और आरामदायक सफर दें।
राज्यों में बिक्री का प्रदर्शन
अप्रैल 2025 में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों ने वाहन बिक्री में अग्रणी भूमिका निभाई।
- महाराष्ट्र में खासकर पुणे, मुंबई और नागपुर जैसे शहरों में SUV और EV की जोरदार बिक्री हुई।
- उत्तर प्रदेश में दोपहिया वाहन और कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री में उछाल रहा।
- कर्नाटक और तमिलनाडु में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर की मांग तेजी से बढ़ी।
- गुजरात में EV नीति और टाटा के प्लांट की वजह से वहां की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
ग्रामीण इलाकों में भी गाड़ियों की बिक्री ने बढ़िया प्रदर्शन किया, खासकर त्योहारों, शादी-ब्याह और कृषि सीजन की वजह से।
भारतीय गाड़ियाँ बन रही ग्लोबल पसंद

अप्रैल 2025 में भारत से वाहनों का निर्यात भी बढ़ा। Maruti Suzuki, Hyundai, और Bajaj Auto ने अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण एशिया के बाजारों में अपने उत्पाद भेजे। Hyundai की Grand i10, Aura और Maruti की Swift, Baleno जैसी गाड़ियाँ विदेशों में लोकप्रिय बन रही हैं। बाइक की श्रेणी में Bajaj और TVS ने ग्लोबल डीलर नेटवर्क को और मजबूत किया है। भारत अब केवल बड़ा उपभोक्ता बाज़ार नहीं रहा, बल्कि एक विश्वसनीय वाहन निर्यातक भी बन चुका है।
अप्रैल 2025 बनाम अप्रैल 2024
पिछले वर्ष की तुलना में अप्रैल 2025 में कुल वाहन बिक्री में लगभग 14% की वृद्धि देखी गई।
- पैसेंजर व्हीकल: 3.68 लाख यूनिट (2025) बनाम 3.21 लाख यूनिट (2024)
- टू-व्हीलर: 14.25 लाख यूनिट (2025) बनाम 12.90 लाख यूनिट (2024)
- थ्री-व्हीलर: 62,000 यूनिट (2025) बनाम 54,000 यूनिट (2024)
इलेक्ट्रिक वाहनों की बात करें तो पिछले साल अप्रैल में EV की कुल बिक्री 95,000 यूनिट्स थी जो इस साल बढ़कर 1.35 लाख हो गई है। इस ग्रोथ के पीछे प्रमुख वजह रही। डिजिटल फाइनेंसिंग, गवर्नमेंट सब्सिडी, कस्टमर अवेयरनेस, और प्रोडक्ट इनोवेशन।
डीलरशिप और सर्विस नेटवर्क
वाहनों की बिक्री में तेजी लाने के लिए कंपनियाँ अपने डीलर और सर्विस नेटवर्क को विस्तार दे रही हैं। अप्रैल 2025 में लगभग हर प्रमुख कंपनी ने छोटे शहरों और कस्बों में डीलरशिप खोली।
- Maruti Suzuki ने 40 नए आउटलेट लॉन्च किए, जिनमें से अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।
- Hero MotoCorp और Bajaj Auto ने न केवल बिक्री केंद्र बढ़ाए, बल्कि मोबाइल सर्विस वैन के ज़रिए भी सेवाएं देना शुरू किया।
- Hyundai और Kia ने भी अपने कस्टमर टचप्वाइंट्स को बढ़ाकर, ग्राहकों को सर्विस और एक्सचेंज का बेहतर अनुभव देना शुरू किया है।
ग्राहकों के लिए आसान पहुंच और भरोसेमंद आफ्टर-सेल्स सर्विस अब किसी ब्रांड के लिए विश्वास और बिक्री दोनों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है।
नीति और प्रोत्साहन
अप्रैल 2025 की बिक्री में सरकार की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। FAME-II स्कीम, रोड टैक्स में छूट, EV पर सब्सिडी, और स्टेट ईवी पॉलिसी जैसे कदमों ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री को नई दिशा दी है। GST दरों में स्थिरता, वाहनों के लिए PLI स्कीम, और भारत NCAP जैसे सेफ्टी रेटिंग कार्यक्रम ने ग्राहकों को जागरूक और आश्वस्त किया है। इसके अलावा, बैंक और NBFCs द्वारा आसान लोन उपलब्धता ने मध्यम वर्ग को वाहन खरीदने के लिए प्रेरित किया। सरकारी नीतियों के अनुकूल वातावरण ने भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर को स्थिरता और विकास का नया रास्ता दिखाया है।
अप्रैल 2025 बना भारत के ऑटो सेक्टर का मील का पत्थर

अप्रैल 2025 का महीना भारतीय ऑटो उद्योग के लिए एक सुनहरा अध्याय साबित हुआ। 22.87 लाख वाहनों की बिक्री ने न केवल बाज़ार की मांग को दर्शाया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि एक वैश्विक ऑटो हब बनने की ओर अग्रसर है। इलेक्ट्रिक वाहनों की स्वीकार्यता, SUVs की मांग, डिजिटल फाइनेंसिंग, युवाओं का रुझान, और सरकार का सहयोग — इन सभी कारकों ने मिलकर इस ऐतिहासिक प्रदर्शन को संभव बनाया। भविष्य की ओर देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यदि यही रफ्तार बनी रही, तो आने वाले वर्षों में भारत विश्व के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मार्केट्स में शीर्ष स्थान पर होगा।