उद्योग जगत का समर्थन
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के माहौल में जहां पूरा देश सतर्क है, वहीं सरकार को एक सकारात्मक सहयोग उद्योग जगत की ओर से मिला है। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह इस संकट की घड़ी में सरकार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है। यह बयान केवल एक राजनीतिक या कूटनीतिक समर्थन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक है।
CII की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब देश को बाहरी दबावों का सामना करना पड़ रहा है। इस समर्थन से सरकार को रणनीतिक फैसले लेने में आत्मविश्वास मिलेगा और घरेलू स्तर पर स्थिरता बनी रहेगी।
CII का बयान
CII के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि भारत की अखंडता और सुरक्षा सबसे ऊपर है। व्यापार और निवेश तभी फलते-फूलते हैं जब देश में शांति और स्थिरता हो। ऐसे में अगर कोई बाहरी ताकत भारत के खिलाफ माहौल बनाती है, तो पूरा उद्योग जगत सरकार के साथ खड़ा रहेगा।
यह भरोसा केवल बयान तक सीमित नहीं है, बल्कि उद्योगों ने उत्पादन, निर्यात और आपूर्ति श्रृंखला को सुचारु बनाए रखने का भी भरोसा दिया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आर्थिक विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
मनोबल बढ़ाने वाला क्षण
CII का यह समर्थन सरकार के लिए मनोबल बढ़ाने वाला क्षण है। जब निजी क्षेत्र भी खुले तौर पर सरकार के निर्णयों का समर्थन करता है, तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की स्थिति और अधिक सुदृढ़ हो जाती है। इससे वैश्विक निवेशकों को भी यह संदेश जाता है कि भारत एक स्थिर और संगठित राष्ट्र है।
इस समय जबकि सीमाओं पर तनाव है, देश के भीतर ऐसा समर्थन सरकार को मजबूती देने का काम करता है। CII का यह कदम देश के उद्योग क्षेत्र की परिपक्व सोच और जिम्मेदारी को दर्शाता है। यह सिर्फ समर्थन नहीं, बल्कि भारत के भविष्य की एकजुटता का संकेत है।