मार्च के ख़त्म होते ही बिहार में गेहूं की कटाई शुरू हो गई है। इसी के साथ इस समय तापमान में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिसका असर खेतों में खड़ी गेहूं की फसल पर पड़ रहा है, और तो और दूसरे स्थानों पर आग लगने की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। कृषि विभाग ने किसानों से आग्रह किया है कि वे जल्दी से जल्दी गेहूं की कटाई पूरी करें, ताकि आग से फसलों को बचाया जा सके। विभाग का कहना है कि अगर कटाई में देर होती है, तो फसलों में आग लगने का खतरा और बढ़ सकता है। इसके अलावा, अगर फसलों में आग से 33 प्रतिशत या उससे अधिक नुकसान होता है, तो आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा किसानों को क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी।
फसल में आग लगने पर सरकार देगी मुआवजा
कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि अगर किसानों के खेतों या खलिहानों में रखी फसल को आग से नुकसान होता है और नुकसान 33 प्रतिशत या उससे अधिक होता है, तो आपदा प्रबंधन विभाग किसानों को सहायता प्रदान करता है। यह सहायता राशि वर्षा पर निर्भर फसल क्षेत्रों के लिए 8500 रुपये प्रति हेक्टेयर और सुनिश्चित सिंचाई वाले क्षेत्रों के लिए 17000 रुपये प्रति हेक्टेयर होती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना का उद्देश्य किसानों को आपदा के बाद आर्थिक संकट से उबारने में मदद करना है, ताकि वे फिर से अपनी फसलें उगा सकें और कृषि गतिविधियों को स्थिर बनाए रख सकें। इसके अलावा, कृषि विभाग किसानों को आग से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है, ताकि भविष्य में ऐसे नुकसान से बचा और सतर्क रहा जा सके।
जल्द करें कटाई तैयार फसलों की
उत्तर बिहार में गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है, जबकि दक्षिण बिहार में भी गेहूं की कटाई की गति धीरे-धीरे बढ़ रही है। गेहूं की कटाई को लेकर कृषि विभाग के सचिव ने बताया कि कुछ जिलों से खड़ी फसलों को आग से नुकसान होने की खबर आई है। इस स्थिति को देखते हुए किसानों की सहायता के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि यदि उनकी गेहूं की फसल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है, तो वे जल्द से जल्द उसकी कटाई कर लें, क्योंकि कटाई में देरी होने पर आग लगने का खतरा बढ़ सकता है।
उत्तर बिहार में गेहूं की कटाई शुरू हो चुकी है, जबकि दक्षिण बिहार में भी गेहूं की कटाई की गति धीरे-धीरे बढ़ रही है। गेहूं की कटाई को लेकर कृषि विभाग के सचिव ने बताया कि कुछ जिलों से खड़ी फसलों को आग से नुकसान होने की खबर आई है। इस स्थिति को देखते हुए किसानों की सहायता के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि यदि उनकी गेहूं की फसल पूरी तरह से तैयार हो चुकी है, तो वे जल्द से जल्द उसकी कटाई कर लें, क्योंकि कटाई में देरी होने पर आग लगने का खतरा बढ़ सकता है।
इसके अलावा, कृषि विभाग ने किसानों को आग से बचाव के उपायों के बारे में भी जागरूक किया है। विभाग का कहना है कि कटाई के दौरान खेतों में सूखी घास या अन्य ज्वलनशील पदार्थों को आग से दूर रखना चाहिए, ताकि आग लगने के जोखिम को कम किया जा सके। साथ ही, किसानों को यह भी बताया गया है कि यदि फसल में आग लगने की स्थिति उत्पन्न होती है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर नुकसान का आकलन कराना चाहिए। आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में सहायता राशि का भी प्रावधान किया है, ताकि किसानों को आग से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।