बेंगलुरु में रहने का खर्च अब आसमान छूने लगा है। हैदराबाद के फाइनेंशियल एनालिस्ट हार्दिक जोशी ने लिंक्डइन पर एक तुलना करके इस जानकारी को सबके सामने पेश किया हैं। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु के कोरमंगला क्षेत्र में 2BHK अपार्टमेंट का हर महीने का किराया 70,000 रुपये है, जो न्यूयॉर्क के उपनगर में ठीक वैसे ही अपार्टमेंट के किराए से केवल 10,000 रुपये कम है। इस खुलासे के बाद लोग हैरान हैं और सवाल उठा रहे हैं कि बेंगलुरु, जो पहले पेशेवरों के लिए एक सस्ता शहर माना जाता था। वही आज दुनिया के सबसे महंगे शहरों के बराबर कैसे पहुंच गया। दरअसल, इसका कारण है डिमांड और सप्लाई के बीच बढ़ता अंतर। लगातार हर साल हजारों लोग बेंगलुरु में आ रहे हैं, लेकिन यहाँ पर उनके रहने की उपलब्धता उतनी तेजी से नहीं बढ़ रही है। जितनी तेज़ी से बढ़नी चाहिए। यही कारण हैं कि यहाँ के अपार्टमेंट के किराये में डिब-ब-दिन बढ़ोतरी हो रही हैं।
बेंगलुरु में मकानों के किराए तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं। हार्दिक जोशी ने इस पर बात करते हुए कहा कि शहर में आने वाले लोगों की संख्या जितनी तेजी से बढ़ रही है, उतनी ही धीमी गति से नए मकान बन रहे हैं। इस स्थिति का सबसे ज्यादा फायदा मकान मालिक उठा रहे हैं, जो अपनी मर्जी से किराया बढ़ा रहे हैं। ऐसी स्थिति में लोगों के पास किराया देना या फिर शहर छोड़ने के आलावा कोई और रास्ता नहीं बचा हैं।
बेंगलुरु में किराए की कीमतों में तेजी से बदलाव आ रहा है, और कुछ इलाकों में यह तेज़ी खासतौर से हो रही है। जैसे उत्तरी बेंगलुरु, खासकर हेब्बल, हेन्नूर और थानिसंद्रा जैसे क्षेत्रों में किराए में 20-25% तक बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। क्यूंकि ये इलाके एयरपोर्ट के आस-पास के हैं, जहाँ कई बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जो इन इलाकों की मांग को और भी बढ़ा रहे हैं।
व्हाइटफील्ड के बाहरी इलाके, जैसे ग्लेनवुड लेआउट और वर्थुर रोड, अभी भी टेक पेशेवरों के लिए पसंदीदा स्थान बने हुए हैं। यहां किराए में 10-20% तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। इसी तरह का ट्रेंड सरजापुरा रोड पर भी देखा जा रहा है, जहां यह इलाका आईटी हब से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। कनकपुरा रोड पर भी नई इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के चलते मांग में वृद्धि हो रही है।
बेंगलुरु में रहने का खर्च अब इतना ज्यादा बढ़ने लगा हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इसी के साथ यहाँ बिजली, खाना-पीना और सड़क सुविधाएं भी अच्छी नहीं हैं। लेकिन इस शहर को छोड़ने की सबसे ख़ास वजह हैं यहां के किराये का आसमान छूना यानि कि तेज़ी से बढ़ना।