The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation
Tuesday, Aug 26, 2025
Facebook X-twitter Youtube Linkedin
  • About Us
  • Contact Us
Subscribe
  • होम
  • ट्रेंडिंग खबरें
  • फर्श से अर्श तक
  • बिजनेस आईडिया
  • ऑटो/टेक
  • बैंकिंग
  • आईटी
  • टेलिकॉम
  • एनर्जी
    • रिन्यूएबल एनर्जी
    • नॉन रिन्यूएबल एनर्जी
  • फूड प्रोसेसिंग
  • एग्रीकल्चर
  • फार्मा
  • अन्य
Font ResizerAa
The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & InnovationThe Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation
  • होम
  • ट्रेंडिंग खबरें
  • फर्श से अर्श तक
  • बिजनेस आईडिया
  • ऑटो/टेक
  • बैंकिंग
  • आईटी
  • टेलिकॉम
  • एनर्जी
  • फूड प्रोसेसिंग
  • एग्रीकल्चर
  • फार्मा
  • अन्य
Search
  • होम
  • ट्रेंडिंग खबरें
  • फर्श से अर्श तक
  • बिजनेस आईडिया
  • ऑटो/टेक
  • बैंकिंग
  • आईटी
  • टेलिकॉम
  • एनर्जी
    • रिन्यूएबल एनर्जी
    • नॉन रिन्यूएबल एनर्जी
  • फूड प्रोसेसिंग
  • एग्रीकल्चर
  • फार्मा
  • अन्य
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2025 The Industrial Empire. All Rights Reserved.
The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation > अन्य > मध्य प्रदेश के मटर और सिंघाड़े को GI टैग, कृषि उत्पादों को मिलेगी नई पहचान
अन्य

मध्य प्रदेश के मटर और सिंघाड़े को GI टैग, कृषि उत्पादों को मिलेगी नई पहचान

मध्य प्रदेश के जबलपुर क्षेत्र की प्रसिद्ध मटर और सिंघाड़े को जल्द ही GI टैग मिलने की संभावना है।
Last updated: 28/03/2025 12:53 PM
By
Industrial Empire
Share
Close-up of stacked opened fresh green peas with water droplets.
SHARE

मध्य प्रदेश के जबलपुर क्षेत्र की प्रसिद्ध मटर और सिंघाड़े को जल्द ही भौगोलिक संकेत यानि कि (GI) टैग मिलने की संभावना है। इस पहचान से इन उत्पादों की बिक्री और विपणन में काफी वृद्धि हो सकती है, जिससे स्थानीय किसानों को सीधा फायदा होगा। इसके अलावा, जीआई टैग से इन उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी बेहतर पहचान मिलेगी, जिससे इनकी मांग बढ़ेगी और किसानों को बेहतर मूल्य मिल सकेगा। इस कदम से क्षेत्रीय कृषि को प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय समुदायों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

मैकलसुता फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक राघवेंद्र सिंह पटेल और प्रगतिशील किसान धनंजय पटेल ने बताया कि हाल ही में नाबार्ड भोपाल के क्षेत्रीय कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें जीआई (भौगोलिक संकेत) टैग के लिए चर्चा की गई। यह बैठक पेटेंट, डिज़ाइन और ट्रेडमार्क्स के महानियंत्रक और भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री, चेन्नई के नेतृत्व में हुई। इस बैठक में प्रदेशभर से आए आवेदकों ने अपने उत्पादों की विशिष्टताएँ और खासियत प्रस्तुत की। बैठक में कृषि और उद्यानिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।

जबलपुरी मटर और सिंघाड़े को जीआई (भौगोलिक संकेत) टैग दिलाने की प्रक्रिया में जिला प्रशासन, कृषि विभाग और उद्यानिकी विभाग ने महत्वपूर्ण मदद की। सुनवाई के दौरान इन उत्पादों की विशेषताएँ और महत्व को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया। जबलपुर के पाटन क्षेत्र की मटर और सिहोरा का सिंघाड़ा न केवल एशिया में प्रसिद्ध हैं, बल्कि इनका बड़े पैमाने पर निर्यात भी किया जाता है। इसी के साथ ये दोनों फसलें आसपास के किसानों के लिए उनके जीवनयापन के मुख्य आय स्रोत भी हैं। जो उनके आर्थिक समृद्धि में अहम भूमिका निभाती हैं।

प्रगतिशील किसानों का कहना है कि जीआई टैग मिलने के बाद जबलपुर की मटर और सिंघाड़े के उत्पादन और विपणन को नई दिशा मिलेगी। सिहोरा की सिंघाड़ा मंडी और जबलपुर की मटर मंडी एशिया की सबसे बड़ी मंडियों में मानी जाती हैं, लेकिन अब तक इन उत्पादों को केवल क्षेत्रीय पहचान मिली है, जबकि वैश्विक स्तर पर इनकी मान्यता नहीं हो पाई है। जीआई टैग मिलने के बाद किसानों को अपनी फसलों का बेहतर मूल्य मिलेगा और क्षेत्र की पहचान भी बढ़ेगी। इसके परिणामस्वरूप खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। इस कदम से न केवल किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

TAGGED:GI tagJabalpurMadhya PradeshPeas and Water Chestnuts
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article गोदरेज ने लॉन्च के साथ ही ₹1000 करोड़ के फ्लैट्स बेचकर मचाया धमाल!
Next Article ड्रोन के माध्यम से महिलाएं खेतों में कर रहीं कीटनाशक का छिड़काव।
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Might Also Like

अन्य

“GST अपीलीय न्यायाधिकरण नियम 2025” पर ICMAI द्वारा संगोष्ठी का आयोजन

By
Industrial Empire
LIC ने 24 घंटे में 5.88 लाख इंश्योरेंस पॉलिसी बेचकर बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
अन्य

LIC ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड: 24 घंटे में बेचीं 5.88 लाख पॉलिसी

By
Nisha Mandal
बाराबंकी में एग्री उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
अन्य

यूपी के किसानों के लिए सुनहरा मौका: बाराबंकी में एग्री उद्योग को मिलेगा बढ़ावा

By
Industrial Empire
पिपरमेंट की खेती
अन्य

गेहूं की कटाई के बाद लगाएं ये फसलें, होगी शानदार आमदनी

By
Industrial Empire
अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation
Facebook X-twitter Youtube Linkedin

Quick links

  • About Us
  • Contact Us
Categories
  • होम
  • ट्रेंडिंग खबरें
  • फर्श से अर्श तक
  • बिजनेस आईडिया
  • ऑटो/टेक
  • बैंकिंग
  • आईटी
  • टेलिकॉम
  • एनर्जी
  • फूड प्रोसेसिंग
  • एग्रीकल्चर
  • फार्मा
  • अन्य

Policies

  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions

Copyright © 2025 The Industial Empire. All Rights Reserved.

Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?