गर्मियों का मौसम हो और उसमें हम तरबूज न खाएं, तो भला कैसे मजा आएगा। तरबूज गर्मियों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला मीठा और रसीला फल है। इसे देखते ही लोगों के मुंह में अपने आप पानी आने लग जाता है। इसके साथ ही गर्मियों में तरबूज की डिमांड भी काफी ज्यादा होती है। वैसे तो बहुत कम ही लोग होंगे जिनको तरबूज खाना पसंद न हो। लेकिन जिन लोगों को तरबूज खाना पसंद है, उनको इसका स्वाद और इसकी मिठास बेहद पसंद है, और वो लोग बड़े चाव से इसे कहते भी है। क्यूंकि ये फल न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। दरअसल, शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए भी लोग इसका सेवन करते है। तरबूज को खरीदने का सिलसिला मार्च महीने से ही शुरू हो जाता है। लेकिन समस्या तब आती है जब हम यह समझ ही नहीं पाते हैं कि कौन सा तरबूज मीठा है, रसीला है, और लाल है।
आइए बताते हैं अच्छे और मीठे तरबूज की मिठास को पहचानने का सही तरीका।
- तरबूज की आवाज़: तरबूज को हाथ में लेकर हल्का सा थपथपाएं। अगर आवाज़ गहरी आती है, तो इसका मतलब यह है कि तरबूज पका और मीठा है। वहीं कम पके हुए तरबूज की आवाज़ हलकी होती है।
- रंग की जाँच: तरबूज खरीदने से पहले उसके बाहरी रंग को देखें। अगर यह पीले धब्बे वाला है, तो संभावना है कि यह मीठा होगा। पके हुए तरबूज में हल्का पीला रंग और हरा रंग भी दिखाई दे सकता है।
- ठोकर लगाकर जाँचें: तरबूज को हल्का सा दबाएं। यदि यह नरम महसूस हो और उसमें हल्की सी सॉफ्टनेस हो, तो यह संकेत है कि तरबूज पका हुआ है। कच्चा तरबूज थोड़ा सख्त होता है।
- सुगंध से जांचे : पके और मीठे तरबूज की सुगंध ही सब कुछ बता देती है कि तरबूज मीठा है या नहीं। इसको पता करने के लिए आप अपने नाखून तरबूज में हल्के से गड़ाकर उसकी महक को सूंघ लें। ऐसे में अगर इसकी महक अच्छी हो ,तो इसका मतलब है कि तरबूज तजा और मीठा है।
- छोटा तरबूज ही लें : बहुत से लोगों का मानना है कि तरबूज जितना बड़ा होगा उतना ही अच्छा और मीठा होगा, लेकिन ऐसा नहीं है, ज्यादातर सही आकर और सही वजन वाले ही तरबूज मीठे और रसीले होते है। इसलिए जब भी आप तरबूज खरीदें, तो न ज्यादा बड़ा तरबूज लें, न ज्यादा छोटा मध्यम से का ही तरबूज ख़रीदे इससे आपको मीठे और ताजे तरबूज का स्वाद चखने को मिलेगा।