इस समय भारत के बड़े शहरों में मकान खरीदना आम आदमी के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। दिल्ली, गुड़गांव और नोएडा जैसे महानगरों में प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं, जो अब अधिकांश लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। अब लोग यह सोचने लगे हैं कि क्या मकान खरीदने के बजाय इसे निवेश के रूप में देखा जाए। अगर दिल्ली के पॉश इलाकों में मकान खरीदना है, तो इसके लिए आपको 5 से 7 करोड़ रुपये तक की राशि खर्च करनी पड़ सकती है। ऐसे में, खरीदार अब अन्य विकल्पों की तलाश में हैं और महंगे दामों के इस समस्या का समाधान खुद ही ढूंढ रहे हैं।
अब लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या महंगे शहरों में निवेश करना सही है, या फिर कहीं और, जैसे दुबई में, कम कीमत में ज्यादा रिटर्न वाले विकल्प को अपनाया जाए। दुबई जैसे शहर में सस्ते दामों पर प्रॉपर्टी खरीदने और बेहतर रिटर्न मिलने के मौके उन्हें आकर्षित कर रहे हैं। लोग इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या भारत के महंगे शहरों में निवेश करना अब एक अच्छा विकल्प है या फिर उन्हें विदेशों में निवेश करने का रास्ता अपनाना चाहिए, जहां लागत कम और रिटर्न ज्यादा हो।
साउथ दिल्ली में मकान की कीमतें
साउथ दिल्ली को दिल्ली के सबसे बेहतरीन इलाकों में से एक माना जाता है। यहां की प्रॉपर्टी की कीमतें काफी ऊंची हैं। साउथ दिल्ली के कुछ प्रमुख इलाकों, जैसे हौज खास, मालवीय नगर, में फ्लैट की कीमत 12,150 रुपये से लेकर 18,650 रुपये प्रति वर्ग फुट तक हो सकती है। वहीं, अगर आप बिल्डर फ्लोर की तलाश कर रहे हैं, तो उसकी कीमत 14,200 रुपये से लेकर 24,000 रुपये प्रति वर्ग फुट तक हो सकती है।
यहां की रियल एस्टेट मार्केट में निवेश करने के लिए आपको अच्छी खासी रकम खर्च करनी पड़ती है। साउथ दिल्ली के इन प्रीमियम इलाकों में रहने का सपना बहुतों का होता है, लेकिन यहां के दामों को देखते हुए यह आम आदमी के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। हालांकि, इन इलाकों में प्रॉपर्टी की डिमांड और वैल्यू बहुत ज्यादा है, जिससे इन निवेशों से भविष्य में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होती है।
दुबई में घर खरीदने के फायदे
अगर आप दुबई में 5 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी खरीदते हैं। ऐसे में आपको हर साल 5% से 8% तक का रिटर्न मिल सकता है, जो लगभग 25 लाख से 40 लाख रुपये के बीच होता है। वहीं, अगर आप साउथ दिल्ली में प्रॉपर्टी खरीदते हैं और उसे किराए पर देते हैं, तो आपको वहां सिर्फ 1.5% से 2.5% तक का रिटर्न मिलेगा, यानी करीब 1 लाख से 1.2 लाख रुपये प्रति महीना।
अगर आप दुबई में प्रॉपर्टी खरीदते हैं, तो ये आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। साउथ दिल्ली की तुलना में यहां रिटर्न बहुत बेहतर है। इसके अलावा, दुबई में आपको अधिक सुविधाएं, सुरक्षित और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, और शानदार जीवनशैली का भी अनुभव मिलेगा। अगर आप अपने निवेश से अधिक रिटर्न चाहते हैं और शानदार सुविधाएं चाहते हैं, तो दुबई में प्रॉपर्टी खरीदना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। दिल्ली में महंगी प्रॉपर्टी खरीदने से बेहतर है कि दुबई में निवेश किया जाए, जहां आपको कम लागत में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है।
भारत के मुकाबले दुबई में ज्यादा रिटर्न
एक विशेषज्ञ का कहना है कि दुबई में प्रॉपर्टी खरीदना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, क्योंकि यहां बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना है। इसके अलावा, अगर आप AED 2 मिलियन (लगभग 4.6 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश करते हैं, तो आपको दुबई का गोल्डन वीजा भी मिल सकता है। गोल्डन वीजा के जरिए आप दुबई में स्थायी निवास पा सकते हैं और इसके साथ ही वहां के कई लाभों का भी फायदा उठा सकते हैं, जैसे उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, और एक सुरक्षित जीवनशैली।
दुबई में प्रॉपर्टी खरीदने से न सिर्फ आपको बेहतर रिटर्न मिल सकता है, बल्कि यह आपको एक मजबूत और स्थिर भविष्य की ओर भी ले जा सकता है। यही कारण है कि निवेशक दुबई की रियल एस्टेट मार्केट को प्राथमिकता दे रहे हैं, जहां उच्च रिटर्न के साथ-साथ जीवन की बेहतरीन सुविधाएं भी मिल रही हैं।