आज की डिजिटल दुनिया में लोग हर चीज “झटपट” चाहते हैं – चाहे वो खाना हो, सामान हो या फिर स्नैक्स। इसी बदलती सोच ने “क्विक कॉमर्स ” यानी फास्ट डिलीवरी सिस्टम को बढ़ावा दिया है। पहले जहां सामान आने में दो-तीन दिन लगते थे, वहीं अब 10 से 20 मिनट में ही डिलीवरी हो रही है। इसी ट्रेंड का फायदा अब बड़ी कंपनियां भी उठा रही हैं। खासकर मोंडलीज जैसी फूड कंपनियां, जो अब तेजी से अपना स्नैक्स बिजनेस बढ़ाने में जुटी हैं।
मोंडलीज की स्मार्ट चाल

मोंडलीज, जो कैडबरी, ओरेओ और बाउंटी जैसे लोकप्रिय प्रोडक्ट्स के लिए जानी जाती है, अब क्विक कॉमर्स के जरिए अपनी सेल्स बढ़ा रही है। कंपनी ने देखा कि लोग अब अचानक भूख लगने पर फटाफट ऑर्डर करना पसंद करते हैं। इस जरूरत को समझते हुए मोंडलीज ने कई फास्ट डिलीवरी ऐप्स जैसे Blinkit, Zepto और Instamart के साथ साझेदारी की है। अब जब भी किसी को अचानक चॉकलेट खाने का मन हो या दोस्तों के साथ मूवी नाइट में स्नैक्स चाहिए हों, तो मोंडलीज के प्रोडक्ट्स मिनटों में घर पहुंच जाते हैं।
बढ़ रही है स्नैकिंग की मांग
भारत में स्नैकिंग अब सिर्फ शाम की भूख तक सीमित नहीं रही। अब लोग दिन में कई बार हल्की-फुल्की चीजें खाना पसंद करते हैं। क्विक कॉमर्स की वजह से लोगों की यह आदत और मजबूत हो रही है। कंपनियों को अब माल स्टोर में भेजने से ज्यादा, ग्राहक के घर तक पहुंचाना आसान लगने लगा है।
टियर-2 शहरों में विस्तार
पहले यह सुविधा सिर्फ मेट्रो शहरों में थी, लेकिन अब मोंडलीज जैसे ब्रांड छोटे शहरों में भी क्विक कॉमर्स के जरिए ग्राहकों तक पहुंचने लगे हैं। इससे कंपनी की पहुंच और बिक्री दोनों में इज़ाफा हो रहा है। क्विक कॉमर्स ने सिर्फ डिलीवरी सिस्टम नहीं बदला, बल्कि लोगों की खाने-पीने की आदतों को भी नया रूप दे दिया है। मोंडलीज जैसे बड़े ब्रांड इसे एक मौके की तरह देख रहे हैं और तेजी से इस दिशा में निवेश कर रहे हैं। आने वाले समय में यह ट्रेंड और भी मजबूत होगा।