The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation
Sunday, Jun 22, 2025
Facebook X-twitter Youtube Linkedin
  • हमारे बारे में
  • संपर्क करें
  • विज्ञापन
  • होम
  • ट्रेडिंग खबरें
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट
  • शेयर मार्केट
    • म्यूच्यूअल फण्ड
    • आई पी ओ
  • कंपनियां
    • आई टी
    • उद्योग
    • FMCG
    • टेलीकॉम
    • रियल स्टेट
  • टेक /ऑटो
  • वित्त बीमा
  • स्टार्टअप/ MSME
  • रिन्यूएबल एनर्जी
  • सेविंग/ इन्वेस्टमेंट
Font ResizerAa
The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & InnovationThe Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation
  • होम
  • ट्रेडिंग खबरें
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट
  • शेयर मार्केट
  • कंपनियां
  • टेक /ऑटो
  • वित्त बीमा
  • स्टार्टअप/ MSME
  • रिन्यूएबल एनर्जी
  • सेविंग/ इन्वेस्टमेंट
Search
  • होम
  • ट्रेडिंग खबरें
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट
  • शेयर मार्केट
    • म्यूच्यूअल फण्ड
    • आई पी ओ
  • कंपनियां
    • आई टी
    • उद्योग
    • FMCG
    • टेलीकॉम
    • रियल स्टेट
  • टेक /ऑटो
  • वित्त बीमा
  • स्टार्टअप/ MSME
  • रिन्यूएबल एनर्जी
  • सेविंग/ इन्वेस्टमेंट
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation > अर्थव्यवस्था > एक तरफ महंगाई दूसरी तरफ 60% टैक्स प्रपोजल, आम आदमी के लिए कितना एक्सेप्टेबल
अर्थव्यवस्था

एक तरफ महंगाई दूसरी तरफ 60% टैक्स प्रपोजल, आम आदमी के लिए कितना एक्सेप्टेबल

Industrial Empire
Last updated: 18/06/2025 6:50 PM
Industrial Empire
Share
प्रतीकात्मक इमेज
SHARE

अगर अपनी जरूरत की चीज़ें जो आप 100 रुपये में खरीदते हैं, उस पर टैक्स इतना बढ़ जाए कि उन्हीं चीजों की कीमत सीधा 120-130 रुपये हो जाए। कुछ हो न हो आम आदमी का माथा जरूर ठनक जाएगा। ऐसा ही असर हो सकता है अगर सरकार जीएसटी की अधिकतम दर 40% से बढ़ाकर 60% तक करने का फैसला लेती है।

हाल ही में यह खबर सामने आई है कि सरकार जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की ऊपरी सीमा यानी मैक्सिमम परमिसिबल रेट को 40% से बढ़ाकर 60% तक करने पर विचार कर रही है। अभी तक यह दर सिर्फ कानूनी तौर पर मौजूद थी जो कभी लागू नहीं की गई। लेकिन अब इसके इस्तेमाल की जरूरत सामने आ रही है क्योंकि कंपनसेशन सेस की समयसीमा 1 अप्रैल 2026 को खत्म होने जा रही है।

जब साल 2017 में जीएसटी लागू हुआ था तब राज्यों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए कंपनसेशन सेस लगाया गया था। ये सेस मुख्य रूप से लक्ज़री और हानिकारक वस्तुओं (सिन गुड्स) पर 28% जीएसटी के ऊपर अलग से लगाया जाता है। उदाहरण के लिए, एसयूवी पर 22% और एरेटेड ड्रिंक्स पर 12% तक का सेस लगता है। तंबाकू उत्पादों पर तो कुल टैक्स 55-60% तक पहुंच जाता है।

अब जब यह सेस हटाया जाएगा तो सरकार के सामने चुनौती होगी कि वो राजस्व की कमी को कैसे पूरा करेगी। इसके लिए सरकार इस सेस को जीएसटी की दरों में ही समाहित करने का प्लान कर रही है, जिस पर कंपनसेशन सेस पर बने मंत्रियों के समूह (GoM) में सहमति बन गई है। लेकिन ऐसा करने के लिए जीएसटी कानून में बदलाव की जरूरत होगी क्योंकि अभी 40% से ज्यादा टैक्स की अनुमति नहीं है।

हालांकि मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, भले ही जीएसटी दरें बढ़ें, सरकार का इरादा ऑटोमोबाइल, तंबाकू और सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे उत्पादों पर टैक्स दरों को जस का तस बनाए रखने का है। यानी आम उपभोक्ता पर सीधा असर शायद न हो लेकिन संभावना बनी हुई है। इस मुद्दे पर आखिरी फैसला जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में हो सकता है जिसकी तारीख अभी तय नहीं है। संभावना है कि इसे संसद के मानसून सत्र से पहले बुलाया जा सकता है।

प्रस्ताव का नतीजा
अगर जीएसटी की अधिकतम सीमा बढ़ती है तो भविष्य में सरकार के पास टैक्स बढ़ाने की ज्यादा गुंजाइश होगी। आम आदमी को इससे तब फर्क पड़ेगा जब यह बढ़ा हुआ टैक्स रोजमर्रा की चीजों पर लागू किया जाए। फिलहाल ये सिर्फ अभी एक प्रस्ताव है लेकिन अगर ये प्रस्ताव पास हो गया तो देश के टैक्स सिस्टम में यह अब तक का सबसे बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। वर्तमान समय में भारतीय जीएसटी प्रणाली में मुख्य रूप से चार स्लैब हैं : 5%, 12%, 18% और 28%। कुछ वस्तुओं पर 0% जीएसटी भी लगता है (जैसे दूध, अंडे, दही)। सोने और कीमती पत्थरों के लिए विशेष दरें भी हैं।

TAGGED:60% टैक्स प्रपोजलGSTIndustrial Empiretaxऑटोमोबाइलटैक्स सिस्टममहंगाईमैक्सिमम परमिसिबल रेटसिन गुड्स
Share This Article
Email Copy Link Print
Previous Article चीन की सप्लाई चेन तोड़ेगा अमेरिका, दी वियतनाम को धमकी! Samsung, Google का क्या होगा?
Next Article अमेरिका का कमजोर होना, दुनिया के लिए खतरे की घंटी
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Might Also Like

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को राजस्थान दौरे पर, बीकानेर में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और करणी माता मंदिर में दर्शन करते हुए
अस्वर्गीकृत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को करेंगे राजस्थान दौरा

By
Industrial Empire
मोंडलीज के स्नैक्स की तेजी से डिलीवरी करता क्विक कॉमर्स डिलीवरी बॉय, हाथ में ओरेओ और कैडबरी जैसे प्रोडक्ट्स
अस्वर्गीकृत

स्नैक्स की दुनिया में मचाया धमाल, क्विक कॉमर्स से मोंडलीज की जबरदस्त चाल

By
Industrial Empire
चिकोरी
अस्वर्गीकृत

यूपी का यह ज़िला बना चिकोरी की राजधानी, किसानों की बढ़ेगी आमदनी

By
Industrial Empire
vodafone idea
अस्वर्गीकृत

वोडाफोन आइडिया पर ब्रेक: हिस्सेदारी बढ़ाने से सरकार ने किया इनकार

By
Industrial Empire
The Industrial Empire - उद्योग, व्यापार और नवाचार की दुनिया | The World of Industry, Business & Innovation
Facebook X-twitter Youtube Linkedin

Quick links

  • हमारे बारे में
  • संपर्क करें
  • विज्ञापन

Categories

  • होम
  • ट्रेडिंग खबरें
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट
  • शेयर मार्केट
    • म्यूच्यूअल फण्ड
    • आई पी ओ
  • कंपनियां
    • आई टी
    • उद्योग
    • FMCG
    • टेलीकॉम
    • रियल स्टेट
  • टेक /ऑटो
  • वित्त बीमा
  • स्टार्टअप/ MSME
  • रिन्यूएबल एनर्जी
  • सेविंग/ इन्वेस्टमेंट

Policies

  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions

Copyright © 2025 The Industial Empire. All Rights Reserved.

Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?