नई दिल्ली। आज की युवा पीढ़ी के सामने सबसे बड़ा सवाल है — क्या मौजूदा जीवन का भरपूर आनंद लें या भविष्य की आर्थिक सुरक्षा के लिए बचत करें? एक ओर वीकेंड ट्रिप्स, ब्रांडेड शॉपिंग और कैफे कल्चर है, तो दूसरी ओर रिटायरमेंट, घर खरीदना और बच्चों की पढ़ाई जैसे बड़े सपने। लेकिन क्या इन दोनों के बीच संतुलन संभव है?
इसका जवाब है – हां, और वो भी बिना ज्यादा समझौता किए।
फाइनेंशियल एडवाइजर विजय महेश्वरी ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में एक ऐसा स्मार्ट फाइनेंशियल प्लान शेयर किया है, जिससे एक कपल जो हर महीने ₹1.5 लाख कमाता है, सिर्फ 10 साल में ₹1.24 करोड़ की संपत्ति बना सकता है – वो भी जीवन को पूरी तरह जीते हुए।
प्लान की रूपरेखा: मासिक इनकम और खर्च का विभाजन
कुल इनकम: ₹1.5 लाख प्रति महीना
ज़रूरी खर्च:
हेल्थ इंश्योरेंस: ₹3,500
टर्म इंश्योरेंस: ₹3,500
किराया + बिजली-पानी: ₹60,000
होम/कार EMI: ₹30,000
बचत योग्य राशि: ₹53,000
बचत और निवेश की रणनीति:
₹53,000 को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा गया
शॉर्ट-टर्म गोल्स (₹15,000)
निवेश माध्यम: डेट म्यूचुअल फंड्स
उदाहरण: अगली छुट्टियां, गैजेट्स, छोटी यात्राएं
मीडियम-टर्म गोल्स (₹15,000)
निवेश माध्यम: बैलेंस्ड / हाइब्रिड फंड्स
उदाहरण: कार अपग्रेड, घर की डाउनपेमेंट, फैमिली प्लानिंग खर्च
लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन (₹20,000)
निवेश माध्यम: इक्विटी SIPs
उद्देश्य: भविष्य की बड़ी जरूरतें, फाइनेंशियल फ्रीडम
सेफ्टी किट (₹3,000)
निवेश: डिजिटल गोल्ड या लिक्विड फंड
कार्य: इमरजेंसी फंड / गोल्ड रिजर्व
10 साल बाद का अनुमानित रिटर्न
अगर यह कपल इस रणनीति को बिना रुके लगातार 10 साल तक फॉलो करता है, तो परिणाम होंगे:
डेट फंड्स (6–7% CAGR) → ₹27 लाख
हाइब्रिड फंड्स (8–9% CAGR) → ₹33 लाख
इक्विटी SIPs (12–14% CAGR) → ₹58 लाख
डिजिटल गोल्ड → ₹6 लाख
कुल अनुमानित संपत्ति: ₹1.24 करोड़
इस फाइनेंशियल प्लान की खास बातें:
- बैलेंस बना रहता है: फाइनेंशियल प्लान में जिंदगी की क्वालिटी से समझौता नहीं किया गया है। बचत और निवेश के लिए केवल 35% इनकम का उपयोग।
- इंश्योरेंस से सुरक्षा: हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस से इमरजेंसी में सेविंग्स सुरक्षित रहती हैं।
- डाइवर्सिफिकेशन (विविधता): तीन अलग-अलग लक्ष्यों के लिए अलग-अलग फंड्स का चयन – जिससे हर उद्देश्य परफॉर्मेंस के अनुसार पूरा हो सकता है।
- कम जोखिम, हाई रिटर्न: इक्विटी SIPs से लॉन्ग-टर्म रिटर्न की संभावना, डेट और हाइब्रिड से स्थिरता।
क्यों यह रणनीति काम करती है?
- मेंटल स्ट्रेस कम होता है: जब खर्च और बचत के बीच संतुलन हो, तो मानसिक शांति बनी रहती है।
- जीवन को एन्जॉय करने की आजादी: ₹1.5 लाख में से ₹97,000 खर्च के लिए है – यानी वीकेंड ट्रिप्स, मूवी, बाहर खाना सब मुमकिन।
- स्मार्ट इनवेस्टमेंट चैनल: SIPs, डेट और हाइब्रिड फंड्स – तीनों को मिलाकर पोर्टफोलियो स्थिर और रिटर्न देने वाला बनता है।
- छोटे-छोटे निवेश, बड़ा असर: केवल ₹20,000/माह इक्विटी में डालने पर 10 साल में लगभग ₹58 लाख का कॉर्पस बन सकता है।