भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन Indigo इन दिनों गंभीर परिचालन संकट से जूझ रही है। लगातार उड़ानों के रद्द होने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं और कंपनी पर दबाव भी। स्थिति को देखते हुए इंडिगो के निदेशक मंडल ने एक संकट प्रबंधन समूह (CMG) का गठन किया है, जो संचालन को सामान्य करने और यात्रियों को समय पर रिफंड दिलाने जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ संभालेगा। कंपनी ने सोमवार को इस फैसले की आधिकारिक जानकारी दी।
उड़ानों के लगातार रद्द होने से बढ़ी परेशानी
Indigo की उड़ानें रद्द होने का सिलसिला रविवार को भी थमा नहीं। कंपनी ने लगभग 650 उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि शनिवार को यह संख्या करीब 735 थी। सामान्य परिस्थितियों में Indigo रोज़ाना लगभग 2,300 उड़ानें संचालित करती है, ऐसे में सैकड़ों उड़ानों का रद्द होना पूरे नेटवर्क पर बड़ा प्रभाव डाल रहा है। मुख्य वजह पायलट उपलब्धता की कमी बताई जा रही है। नए FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियमों के तहत उड़ान समय की सख्त सीमाएं लागू हो गई हैं, जिनका पालन करने के लिए इंडिगो के पास पर्याप्त पायलट उपलब्ध नहीं थे।
कॉकपिट से यात्रियों को माफी का निर्देश
इस संकट के बीच Indigo के मुख्य पायलट (लाइन ऑपरेशंस) राहुल पाटिल ने सभी पायलटों से कहा है कि वे हर उड़ान में यात्रियों को कॉकपिट से औपचारिक माफी दें। यह कदम यात्रियों की नाराज़गी को कुछ हद तक कम करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। कंपनी के सीईओ पीटर एल्बर्स ने भी कर्मचारियों के लिए भेजे गए वीडियो संदेश में कहा कि संचालन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है और 10 दिसंबर तक उड़ान नेटवर्क के सामान्य होने की उम्मीद है।
एयरपोर्ट्स पर देरी की चेतावनी, स्थिति की निगरानी जारी
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने यात्रियों को आगाह किया है कि Indigo की कई उड़ानों में “देरी संभव” है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि घर से निकलने से पहले उड़ानों की ताज़ा स्थिति जरूर जांच लें। उधर, निदेशक मंडल को दी गई बैठक में संकट की गंभीरता और व्यापकता विस्तार से समझाई गई। इसके बाद बोर्ड ने संकट प्रबंधन समूह बनाने का निर्णय लिया।
इस समिति में चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता, निदेशक ग्रेग सारेत्स्की, माइक व्हिटेकर, अमिताभ कांत और सीईओ एल्बर्स शामिल हैं। समिति नियमित रूप से बैठकों के जरिए स्थिति की निगरानी कर रही है।
रिफंड प्रक्रिया तेज, यात्रियों को मिले 610 करोड़ रुपये
कंपनी ने बताया कि वह अपने ग्राहकों को होने वाली हर असुविधा को कम करने की कोशिश कर रही है। बोर्ड ने साफ कहा है कि रद्द उड़ानों के रिफंड में लापरवाही नहीं होगी। नागर विमानन मंत्रालय के अनुसार, Indigo ने अब तक 610 करोड़ रुपये से अधिक राशि यात्रियों को रिफंड के रूप में लौटा दी है। मंत्रालय ने यह भी निर्देश दिया है कि उड़ानों में देरी के दौरान बिछड़े सभी सामान यात्रियों को 48 घंटे के भीतर वापस सौंपे जाएं। शनिवार तक इंडिगो पूरे देश में 3,000 बैग यात्रियों को लौटा चुकी है।
उड़ानों की संख्या में सुधार
सरकार ने कहा है कि स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है। जहां 5 दिसंबर को Indigo ने केवल 706 उड़ानें संचालित की थीं, वहीं 6 दिसंबर को यह संख्या बढ़कर 1,565 हो गई। आज यानी सोमवार को इसके 1,650 उड़ानें छूने का अनुमान है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद और गोवा के हवाई अड्डा निदेशकों ने बताया कि रविवार को टर्मिनलों पर स्थिति सामान्य दिखी और भीड़ भी नियंत्रित रही।
यात्रियों को हालात सुधरने की उम्मीदें
Indigo का यह संकट भारत की उड्डयन इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा था, लेकिन लगातार प्रयासों और संकट प्रबंधन समूह की सक्रियता से स्थिति सुधरने के संकेत मिल रहे हैं। उड़ान संचालन में सुधार और तेज़ रिफंड प्रक्रिया से यात्रियों को राहत मिलने लगी है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में Indigo फिर से अपनी सामान्य उड़ान क्षमता के करीब लौट आएगी।