देशभर में बेमौसम बारिश ने इस बार गर्मियों की शुरुआत पर ही पानी फेर दिया है। जहां मार्च और अप्रैल के महीने आमतौर पर भीषण गर्मी लेकर आते हैं, वहीं इस साल अचानक बदलते मौसम और लगातार हो रही बारिश ने बाजार की दिशा ही बदल दी है। खासतौर पर FMCG सेक्टर की उन कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है जो गर्मियों में एसी, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स और अन्य शीतल उत्पादों की बिक्री पर निर्भर रहती हैं।
आमतौर पर मार्च से ही गर्मी की शुरुआत हो जाती है और इसके साथ ही बाजारों में एयर कंडीशनर, कूलर, आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स की मांग तेज हो जाती है। लेकिन इस बार उत्तर भारत समेत कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश और तापमान में गिरावट के कारण लोगों की जरूरतें और प्राथमिकताएं बदल गई हैं। नतीजतन, दुकानों में रखे एसी और कूलर धूल खा रहे हैं, और आइसक्रीम की बिक्री में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि FMCG कंपनियों को इस बार की बारिश ने चौंका दिया है। अप्रैल के महीने में ही सामान्य से अधिक बारिश होने से कंज्यूमर बिहेवियर में बदलाव आया है। लोग अब ठंडी चीजों की खरीदारी करने के मूड में नहीं हैं। कोल्ड ड्रिंक्स की जगह चाय, कॉफी और गर्म खाद्य पदार्थों की मांग ज्यादा देखी जा रही है। इसका सीधा असर ब्रांड्स की बिक्री और मुनाफे पर पड़ रहा है।
छोटे दुकानदारों और डीलरों की मानें तो उन्होंने सीजन को ध्यान में रखकर कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम और अन्य गर्मी के सामान का स्टॉक पहले से ही भर लिया था। लेकिन लगातार ठंडे मौसम के कारण इन सामानों की बिक्री बेहद कम हो रही है, जिससे उन्हें भी नुकसान हो रहा है। वहीं बड़ी कंपनियां जैसे कि पेप्सिको, कोका कोला, अमूल, वाडीलाल जैसी ब्रांड्स को अपने टारगेट्स तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं। इस साल की शुरुआत में उम्मीद थी कि गर्मी सामान्य से ज्यादा पड़ेगी और बाजार में जबरदस्त बिक्री देखने को मिलेगी। लेकिन मौसम की मार ने पूरी रणनीति को फेल कर दिया है। अब अगर अगले कुछ हफ्तों में मौसम सामान्य नहीं हुआ, तो पूरे सीजन की बिक्री पर असर पड़ सकता है।
बेमौसम बारिश ने FMCG बाजार की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। कंपनियों को अब अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है और मौसम के अनुसार नई प्लानिंग करनी होगी। यह मौसम का अप्रत्याशित रूप है, जिसने न केवल लोगों की दिनचर्या को बदला, बल्कि व्यापार और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा असर डाला है।