केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने हाल ही में कपास और मैन-मेड फाइबर को लेकर वस्त्र सलाहकार समूह की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य वस्त्र मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों की प्रगति की समीक्षा करना था। इस अवसर पर वस्त्र राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और वस्त्र सचिव नीलम शमी राव भी मौजूद थीं। बैठक में बोलते हुए गिरिराज सिंह ने कपास उत्पादकता मिशन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5F विजन के अनुरूप कपास की उत्पादकता और गुणवत्ता को बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि नवाचार और सहयोग ही ऐसे दो क्षेत्र हैं जो न केवल कृषि क्षेत्र की उत्पादकता बढ़ा सकते हैं बल्कि पूरी वस्त्र मूल्य श्रृंखला में सभी हितधारकों को लाभ भी पहुंचा सकते हैं। गिरिराज सिंह ने डेटा मैपिंग की उपयोगिता पर भी जोर दिया और कहा कि इससे नीति निर्माण में अधिक सटीक और तथ्य-आधारित निर्णय लिए जा सकेंगे। केंद्रीय मंत्री ने उद्योग से जुड़े सभी हितधारकों से यह आह्वान किया कि वे मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर का गहन विश्लेषण करें ताकि भविष्य की योजनाओं में संतुलन लाया जा सके।
राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने बैठक में कहा कि साल 2030 तक के विजन को पूरा करने के लिए सभी हितधारकों को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने खेती में स्थिरता अपनाने किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने और बेहतर तकनीक एवं प्रसंस्करण विधियों को अपनाने की जरूरत पर जोर दिया जिससे उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाला कपास उपलब्ध हो सके।
वस्त्र सचिव नीलम शमी राव ने कहा कि सम्पूर्ण वस्त्र मूल्य श्रृंखला को मजबूत करने के लिए सभी पक्षों को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने उद्योग से अपील की। कि वे मूल्य श्रृंखला के एकीकरण, नई तकनीकों के उपयोग और व्यापक रोडमैप तैयार करने की दिशा में ठोस प्रयास करें। बैठक में शामिल उद्योग जगत के वरिष्ठ नेताओं ने मंत्री के दृष्टिकोण का स्वागत किया और सरकार द्वारा प्रौद्योगिकी अपनाने, टिकाऊ फाइबर को बढ़ावा देने और किसान-उद्योग साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
इस बैठक में वस्त्र मंत्रालय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, वस्त्र आयुक्त कार्यालय, वस्त्र समिति, अनुसंधान संस्थान और उद्योग संघों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। यह बैठक वस्त्र क्षेत्र की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला का प्रतिनिधित्व करती रही और विभिन्न विषयों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।