india vs china: एशिया की आर्थिक ताकत अब सिर्फ फैक्ट्रियों और टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं रही अब यह अमीरी की रेस में भी दिख रही है। Hurun Rich List 2025 में भारत और चीन दोनों ने नई ऊंचाइयां छुई हैं। जहां चीन में अरबपतियों की बाढ़ आई है, वहीं भारत के मुकेश अंबानी एक बार फिर देश के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। तो आखिर कौन है एशिया का असली बादशाह – अंबानी या झोंग शानशान? आइए जानते हैं इस अमीरी की दिलचस्प कहानी।
चीन में बढ़े अरबपति
हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट की Hurun China Rich List 2025 के मुताबिक, इस साल चीन में अति-धनवान लोगों की संख्या 31 फीसदी बढ़ी है। अब वहां 1,434 लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 5 अरब युआन (करीब 702 मिलियन डॉलर) से अधिक है। कुल मिलाकर, चीन के अमीरों की संपत्ति 30 ट्रिलियन युआन तक पहुंच गई – जो 2023 से 42 प्रतिशत ज्यादा है।
सबसे ऊपर हैं Nongfu Spring के फाउंडर झोंग शानशा, जिनकी संपत्ति 56% बढ़कर 530 अरब युआन (करीब 73 बिलियन डॉलर) हो गई है। वे चौथी बार चीन के सबसे अमीर व्यक्ति बने हैं। दूसरे स्थान पर हैं ByteDance (TikTok) के फाउंडर झांग यिमिंग, जिनकी संपत्ति भी 34% बढ़कर 470 अरब युआन तक पहुंच गई है। हांगकांग के दिग्गज कारोबारी ली का-शिंग और उनके बेटे विक्टर ली की संपत्ति 18% बढ़कर 235 अरब युआन हुई है, हालांकि वे अब कुल सूची में नौवें स्थान पर हैं।
टेक, EV और फार्मा सेक्टर से आई अमीरी की लहर
हुरुन ग्रुप के चेयरमैन रूपर्ट हूगवेरफ का कहना है कि इस बार की रिच लिस्ट में तेजी का सबसे बड़ा कारण चीन के शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल है। इसके साथ ही नई टेक्नोलॉजी कंपनियों, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मैन्युफैक्चरिंग और दवा उद्योग ने भी कई नए अरबपति बनाए हैं। साल 2025 में अब चीन में 100 अरब युआन से अधिक संपत्ति वाले व्यक्तियों की संख्या 41 हो गई है – यानी पिछले साल से 59% ज्यादा। कुल 1,021 ऐसे अरबपति हैं जिनकी संपत्ति 1 अरब डॉलर से अधिक है।
हांगकांग बना दुनिया का IPO हॉटस्पॉट
हांगकांग इस साल ग्लोबल शेयर बाजारों में छा गया है। सितंबर 2025 तक यहां 66 कंपनियों ने 23.27 अरब डॉलर जुटाए। इसमें सबसे चर्चित IPO रहे CATL (EV बैटरी कंपनी) और Zijin Gold International (माइनिंग कंपनी)। इससे साफ है कि चीन का वित्तीय बाजार एक बार फिर निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है।
भारत में भी अमीरों की रफ्तार तेज़
भारत में भी इस साल अमीरों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। M3M Hurun India Rich List 2025 के अनुसार, अब देश में 358 डॉलर अरबपति और 1,687 ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी संपत्ति 1 हजार करोड़ रूपये से अधिक है।
मुकेश अंबानी (68) फिर से भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने हैं। उनकी कुल संपत्ति ₹9.55 लाख करोड़ (लगभग 105 बिलियन डॉलर) तक पहुंच गई है। गौतम अदाणी ₹8.15 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं, जबकि रोशनी नादर मल्होत्रा (44) ₹2.84 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ भारत की सबसे अमीर महिला बनी हैं।
नए युवा अरबपतियों की एंट्री
इस साल कई युवा नामों ने भी लिस्ट में जगह बनाई है। अरविंद श्रीनिवास (31), AI स्टार्टअप Perplexity के फाउंडर, ₹21,190 करोड़ की संपत्ति के साथ नई पीढ़ी के अरबपतियों में शामिल हुए हैं। वहीं, Zepto के फाउंडर्स कैवल्य वोहरा और आदित पलीचा अभी भी भारत के सबसे युवा अरबपति बने हुए हैं।
अंबानी बनाम झोंग शानशान: कौन आगे?
एशिया की इस अमीरी की रेस में मुकेश अंबानी फिलहाल आगे हैं। जहां झोंग शानशान की संपत्ति लगभग 73 बिलियन डॉलर है, वहीं अंबानी 105 बिलियन डॉलर के साथ उनसे करीब 30 बिलियन डॉलर (₹2.5 लाख करोड़) आगे हैं। यह साबित करता है कि भारत की कॉरपोरेट ताकत अब सिर्फ घरेलू नहीं रही वह ग्लोबल मंच पर चीन को भी चुनौती दे रही है।
आने वाला समय किसका होगा?
साल 2025 में भारत और चीन दोनों देशों में टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और युवा उद्यमियों की नई लहर देखी जा रही है। जहां चीन निवेश और मैन्युफैक्चरिंग से अमीरी बढ़ा रहा है, वहीं भारत डिजिटल और सर्विस-आधारित सेक्टर्स से दुनिया को अपनी ताकत दिखा रहा है।
अंबानी और झोंग की यह प्रतिस्पर्धा सिर्फ दो अरबपतियों की नहीं, बल्कि दो आर्थिक महाशक्तियों की कहानी है। आने वाले वर्षों में यह मुकाबला और रोमांचक होगा क्योंकि एशिया अब दुनिया की अमीरी का नया केंद्र बन चुका है।