Gaza से दुनिया के लिए राहत भरी खबर आई है। अमेरिका की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच युद्ध रोकने और बंधकों की रिहाई के लिए ऐतिहासिक समझौता हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर इसकी औपचारिक घोषणा की। ट्रंप ने लिखा, “इसका मतलब है कि सभी बंधक बहुत जल्द रिहा किए जाएंगे और इजरायल अपनी सेना को तय की गई सीमा तक पीछे हटा लेगा। यह एक मजबूत, टिकाऊ और स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम है। सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार होगा।”
ट्रंप बोले – यह सबके लिए ऐतिहासिक दिन
ट्रंप ने इस समझौते को “अरब और मुस्लिम दुनिया, इजरायल, पड़ोसी देशों और अमेरिका – सभी के लिए एक महान दिन” बताया। उन्होंने कहा कि शांति की दिशा में यह कदम दुनिया के लिए नई उम्मीद लेकर आया है। उन्होंने कतर, मिस्र और तुर्की को इस पूरी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया और कहा, “यह एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व घटना है। धन्य हैं वे जो शांति लाते हैं।”
यह समझौता हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले की दूसरी बरसी के ठीक एक दिन बाद सामने आया, जिसने गाजा और इजरायल को दो साल तक हिंसा की आग में झोंक दिया था। अब यह शांति प्रक्रिया उस दौर के सबसे बड़े संकट को खत्म करने की दिशा में बढ़ रही है।
20 बिंदुओं वाले ट्रंप प्रस्ताव का पहला चरण लागू
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मिस्र में हुई अप्रत्यक्ष बातचीत के दौरान ट्रंप द्वारा तैयार किए गए 20 बिंदुओं वाले शांति प्रस्ताव के पहले चरण पर सहमति बनी है। इसमें मुख्य रूप से युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और इजरायली सेना की सीमित वापसी शामिल है।
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह समझौता फिलहाल “पहला चरण” है, और आगे आने वाले हफ्तों में दोनों पक्षों के बीच स्थायी शांति के लिए अगला चरण शुरू होगा।
हमास ने दी पुष्टि – सभी जीवित बंधक रिहा होंगे
समाचार एजेंसी Reuters के अनुसार, हमास ने समझौते की पुष्टि कर दी है। बयान में कहा गया कि गाजा युद्ध को खत्म करने, इजरायली सेना की वापसी और बंधक-बंदी के आदान-प्रदान पर सहमति हो चुकी है। Associated Press की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास इस सप्ताहांत तक सभी जीवित बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इजरायली सेना गाजा के अधिकांश हिस्सों से पीछे हटना शुरू करेगी। हमास ने ट्रंप और गारंटी देने वाले देशों से यह सुनिश्चित करने की भी अपील की है कि इजरायल युद्धविराम समझौते का पूरा पालन करे।
नेतन्याहू बोले – इजरायल के लिए बड़ा दिन
इस घोषणा के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “यह इजरायल के लिए बड़ा दिन है।” उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “कल मैं सरकार की बैठक बुलाकर इस समझौते को मंजूरी दूंगा ताकि हमारे सभी प्रिय बंधक घर लौट सकें।”
नेतन्याहू ने अपने संदेश में कहा, “आईडीएफ (इजरायली सेना) के वीर सैनिकों और सुरक्षा बलों के साहस और बलिदान से हम इस दिन तक पहुंचे हैं। ईश्वर की कृपा से हम अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे और अपने पड़ोसियों के साथ शांति को आगे बढ़ाएंगे।”
कूटनीति की जीत – एक नई उम्मीद
नेतन्याहू ने राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी टीम का आभार जताते हुए कहा कि यह कूटनीति, राष्ट्रीय एकता और मानवीय मूल्यों की जीत है। उन्होंने कहा, “हम तब तक नहीं रुके, जब तक हर बंधक को वापस नहीं लाया गया। हमारे दृढ़ इरादों और ट्रंप के सहयोग से हम इस अहम मुकाम पर पहुंचे हैं।”
क्या बदल जाएगा इस समझौते से?
अगर यह शांति समझौता टिकाऊ साबित होता है, तो गाजा क्षेत्र में लंबे समय बाद स्थिरता और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। मध्यपूर्व में अमेरिकी प्रभाव फिर से बढ़ेगा और अरब देशों के साथ इजरायल के संबंध भी सामान्य हो सकते हैं। इस ऐतिहासिक समझौते ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि जंग चाहे कितनी भी लंबी क्यों न हो, अंततः जीत शांति की ही होती है।