नोएडा। एनसीआर के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida airport) दिसंबर 2025 में औपचारिक रूप से शुरू होने जा रहा है। हालांकि यात्रियों को अब भी थोड़ा इंतज़ार करना होगा, क्योंकि एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें इस साल शुरू नहीं होंगी। अधिकारियों के मुताबिक, विदेशी जहाज अब 2026 की पहली छमाही में ही उड़ान भर पाएंगे।
दिसंबर में उद्घाटन, पहले घरेलू उड़ानें
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण अपने आखिरी चरण में है और इसका उद्घाटन इसी साल दिसंबर में किया जाएगा। इसके बाद एयरपोर्ट पर कॉमर्शियल ऑपरेशंस यानी आम यात्रियों की उड़ानें शुरू होंगी। शुरुआत में यहां से सिर्फ घरेलू उड़ानें (Domestic Flights) संचालित की जाएंगी।
एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमान (Christoph Schnellmann) ने बताया कि एयरपोर्ट पहले दिन के समय की उड़ानों से शुरुआत करेगा। सुरक्षा जांच, स्टाफ ट्रेनिंग और सिस्टम के पूरी तरह तैयार होने के बाद ही रात की उड़ानें शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा – “हम यात्रियों की सुरक्षा, भरोसेमंद संचालन और बेहतर अनुभव को प्राथमिकता दे रहे हैं। शुरुआत में इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस और अकासा एयर हमारे लॉन्च पार्टनर होंगे। धीरे-धीरे फ्लाइट सर्विस को बढ़ाया जाएगा।”
लॉन्च से पहले अंतिम तैयारियां
नोएडा एयरपोर्ट को चालू करने से पहले डीजीसीए (DGCA) ने इस हफ्ते से कैलिब्रेशन फ्लाइट्स शुरू कर दी हैं। ये विशेष उड़ानें रनवे, नेविगेशन सिस्टम, लाइटिंग और सुरक्षा मानकों की बारीकी से जांच करती हैं। यह प्रक्रिया एयरपोर्ट को संचालन लाइसेंस (Operational License) मिलने से पहले का अंतिम चरण मानी जाती है।
जानकारों का कहना है कि यह वही चरण है जो किसी भी नए एयरपोर्ट के लॉन्च से पहले पूरा किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, गोवा के मोपा एयरपोर्ट को पहले घरेलू उड़ानों के साथ शुरू किया गया था और छह महीने बाद वहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हुईं। इसी तरह, नवी मुंबई एयरपोर्ट भी चरणबद्ध तरीके से शुरू होगा।
2026 में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें
श्नेलमान के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें तभी शुरू होंगी जब घरेलू उड़ानों और 24 घंटे संचालन की व्यवस्था पूरी तरह से स्थिर हो जाएगी। उन्होंने कहा – “पहले हम घरेलू उड़ानें चलाएंगे ताकि सुरक्षा और यात्रियों का अनुभव संतुलित रहे। जब सिस्टम पूरी तरह तैयार हो जाएगा, तब हम 24 घंटे की सेवाओं के साथ इंटरनेशनल ऑपरेशन शुरू करेंगे। उम्मीद है, यह 2026 की पहली छमाही तक संभव होगा।”
यह प्रक्रिया ‘ऑपरेशनल रेडीनेस एंड एयरपोर्ट ट्रांसफर (ORAT)’ के तहत की जाएगी। यह एक अंतरराष्ट्रीय मानक प्रक्रिया है, जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि बड़े पैमाने पर संचालन शुरू होने से पहले सभी सिस्टम, उपकरण और कर्मचारी पूरी तरह से तैयार हों।
क्या है ORAT प्रक्रिया?
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के मुताबिक, ORAT का उद्देश्य यह है कि एयरपोर्ट के सभी सिस्टम और कर्मचारी नए माहौल में सुचारू रूप से काम करने के लिए प्रशिक्षित और सक्षम हों। इसका मतलब है कि जब यात्रियों के लिए गेट खुले, तो हर चीज़ – सुरक्षा जांच से लेकर बैगेज सिस्टम तक – पूरी तरह से समन्वित तरीके से काम करे।
पहले चरण में 60 लाख यात्रियों की क्षमता
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले टर्मिनल की सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की रखी गई है। हालांकि शुरुआती वर्ष में लगभग 60 लाख यात्रियों को सेवा देने का लक्ष्य है। श्नेलमान ने बताया – “एयरपोर्ट को भविष्य की मांग के अनुसार बनाया गया है। अगर यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ती है, तो इसे तुरंत विस्तारित किया जा सकता है। भारत और इस क्षेत्र में हवाई यात्रा की मांग बहुत मजबूत है, और नोएडा एयरपोर्ट इस पूरे क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा।”
एनसीआर को मिलेगा दूसरा बड़ा हवाई अड्डा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद, दिल्ली-एनसीआर को दूसरा प्रमुख हवाई अड्डा मिल जाएगा। यह दिल्ली एयरपोर्ट (IGI) के दबाव को कम करेगा और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा। यह एयरपोर्ट दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और आगरा जैसे शहरों को सीधे जोड़ने का काम करेगा। भविष्य में यहां से न केवल दिल्ली की भीड़ कम होगी बल्कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास को भी नया बल मिलेगा।
नोएडा के लिए ऐतिहासिक पल
दिसंबर 2025 में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन एनसीआर के लिए एक ऐतिहासिक पल होगा। हालांकि विदेशी उड़ानों के लिए यात्रियों को 2026 तक इंतज़ार करना पड़ेगा, लेकिन घरेलू उड़ानों के जरिए एयरपोर्ट की शुरुआत भारत की एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा कदम मानी जा रही है। यह एयरपोर्ट आने वाले वर्षों में देश के सबसे व्यस्त और आधुनिक एयर हब्स में शामिल होने की क्षमता रखता है – जहां से उड़ानें सिर्फ आसमान नहीं, बल्कि विकास की नई दिशा भी तय करेंगी।