Success Story: नई दिल्ली की एक साधारण-सी फैमिली, जिसके पास कभी सिर्फ 10,000 रुपये की पूंजी थी… आज उसका ब्रांड STIM भारत से लेकर दुनिया तक अपने नाम का झंडा गाड़ रहा है। यह सफर सिर्फ बिजनेस का नहीं, बल्कि तीन पीढ़ियों की सोच, मेहनत और बदलाव की कहानी है। आज ग्लोबल डेंट एड्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रही इस कंपनी का टर्नओवर 250 करोड़ रुपये है और इसके पीछे हैं तीसरी पीढ़ी के युवा उद्यमी विरेन खुल्लर, जिनकी रणनीति ने पूरे व्यवसाय की रफ्तार बदल दी।
शुरुआत: दादाजी का छोटा कदम, जिसने बनाया बड़ा सफर
कहानी शुरू होती है 1970 के दशक में, जब विरेन के दादाजी स्वर्गीय वीडी खुल्लर ने बेहद सीमित साधनों के साथ ओरल-केयर प्रोडक्ट बनाने का काम शुरू किया। निवेश था – सिर्फ 10,000 रुपये। लेकिन दृष्टि थी – भारत में बढ़ती डेंटल हाइजीन की जरूरत को पूरा करने की। धीरे-धीरे उत्पाद बढ़ते गए, मार्केट बनता गया और बिजनेस जमीन पकड़ने लगा।
दूसरी पीढ़ी की रफ्तार विनीत खुल्लर का विस्तार

1980 के दशक के आखिरी वर्षों में जब विरेन के पिता विनीत खुल्लर बिज़नेस से जुड़े, तब कंपनी एक छोटे स्तर पर काम कर रही थी। लेकिन विनीत की सोच और प्रयोगों ने इस उद्योग को एक नई दिशा दी। उन्होंने सबसे पहले टूथब्रश और इंटरडेंटल ब्रश की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग शुरू की, जिसने कंपनी के लिए नए अवसरों के दरवाजे खोले। इसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैर जमाने की पहल की और कई नए देशों में एक्सपोर्ट की शुरुआत की। इसी विज़न के तहत साल 1993 में उन्होंने नोएडा में पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित किया, जो उस समय सिर्फ 20 कर्मचारियों के साथ शुरू हुआ था। यही छोटा सा कदम आगे चलकर ग्लोबल डेंट एड्स (STIM) की रीढ़ बना और कंपनी को ग्लोबल मार्केट में एक मजबूत पहचान दिलाने की नींव साबित हुआ।
बदलाव, सुधार और नई उड़ान
जब 2015 में विरेन ने अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट और मार्केटिंग में BBA पूरा किया, तो उन्होंने परिवार के बिजनेस को नई दिशा देने का फैसला लिया। उस समय कंपनी का टर्नओवर था 80 करोड़ रुपये। लेकिन विरेन ने शुरुआत से ही बिजनेस में बदलाव लाने पर ध्यान दिया। उन्होंने इन्वेंट्री मैनेजमेंट को नया रूप दिया, घरेलू बाजार में ब्रांड की उपस्थिति बढ़ाई, ऑनलाइन बिक्री को तेजी से बढ़ाया साथ में सेल्स और मार्केटिंग को भी आधुनिक बनाया। जिसका परिणाम कुछ ही वर्षों में देखने को मिला – 2024 तक कंपनी 250 करोड़ रुपये के टर्नओवर तक पहुंच गई।
मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और प्रोडक्शन
आज STIM नोएडा में अपनी चार बड़े मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के साथ एक मजबूत और आधुनिक उत्पादन नेटवर्क चलाती है, जहाँ हर दिन करीब 15 लाख ब्रश बनाए जाते हैं। कंपनी केवल टूथब्रश तक सीमित नहीं है, बल्कि 60 से भी अधिक तरह के ओरल-केयर प्रोडक्ट तैयार करती है – जिनमें इंटरडेंटल ब्रश, माउथवॉश, फ्लॉस, ओरल केयर किट, डेंटल गार्ड और स्नोर गार्ड जैसे विशेष उत्पाद शामिल हैं। STIM की खासियत यह है कि उसके उत्पाद हर उम्र और हर ज़रूरत के अनुसार तैयार किए जाते हैं। छोटे बच्चों के लिए अलग रेंज, किशोरों और युवाओं के लिए ऑर्थोडोंटिक जरूरतों को पूरा करने वाली लाइन, दंत उपचार करा रहे लोगों के लिए विशेष उत्पाद, और बुजुर्गों के लिए डेंचर तक – हर ग्राहक के लिए एक अलग और सोच-समझकर बनाई गई श्रेणी उपलब्ध है। यही व्यापकता STIM को एक संपूर्ण ओरल-केयर ब्रांड बनाती है।
कमाई का बड़ा हिस्सा विदेशों से
STIM आज एक वैश्विक स्तर पर स्थापित ब्रांड बन चुका है, जिसकी कमाई का लगभग 70% हिस्सा एक्सपोर्ट से आता है। कंपनी अमेरिका, जर्मनी, यूके, जापान और कनाडा जैसे विकसित देशों में अपने प्रोडक्ट सप्लाई करती है, जिससे इसे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में मजबूत पहचान मिली है। वहीं घरेलू बाज़ार से भले ही 30% राजस्व आता है, लेकिन यह हिस्सा भी तेजी से बढ़ रहा है और कंपनी इसे और मजबूत करने पर लगातार काम कर रही है। ऑनलाइन बिक्री में भी STIM की पकड़ बेहद मजबूत है – भारत में इसकी ऑनलाइन सेल का करीब 80% Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से आता है, जबकि बाकी 20% बिक्री उनकी अपनी वेबसाइट के ज़रिए होती है। मजबूत एक्सपोर्ट नेटवर्क और तेजी से बढ़ती ऑनलाइन मौजूदगी आज STIM को ओरल-केयर उद्योग में एक भरोसेमंद और तेजी से उभरता हुआ ब्रांड बनाती है।
हर जेब के लिए प्राइसिंग
STIM की सबसे बड़ी ताकत यह है कि यह हर बजट वाले ग्राहकों का ध्यान रखता है। कंपनी का सबसे किफायती उत्पाद सिर्फ ₹20 का रेगुलर टूथब्रश है, जबकि सबसे प्रीमियम प्रोडक्ट ₹350 की बच्चों के लिए बनाई गई डेंटल किट है, जिसमें कई जरूरी ओरल-केयर आइटम शामिल होते हैं। यही वजह है कि STIM ने शुरुआत से ही आम उपभोक्ता से लेकर प्रीमियम सेगमेंट तक सभी वर्गों को अपने साथ जोड़े रखा। एक छोटी-सी 10,000 रुपये की पूंजी से शुरू हुआ यह कारोबार आज एक ग्लोबल डेंटल-केयर ब्रांड बन चुका है। खुल्लर परिवार की यह यात्रा बताती है कि सही सोच, लगातार मेहनत और समय के साथ बदलाव स्वीकार करने की क्षमता किसी भी छोटे व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा सकती है। आज STIM न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में भरोसेमंद नाम बन चुका है और विरेन खुल्लर की अगुवाई में कंपनी आने वाले वर्षों में और भी तेज रफ्तार से आगे बढ़ने की तैयारी में है।