भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2) के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी का प्रदर्शन स्थिर रहा है, जबकि एआई (AI) के क्षेत्र में कंपनी ने बड़ी रणनीतिक घोषणाएं की हैं। साथ ही, निवेशकों को दिवाली से पहले डिविडेंड का तोहफा भी मिला है।
प्रॉफिट में मामूली बढ़त
सितंबर तिमाही में TCS का नेट प्रॉफिट 1.4 फीसदी से बढ़कर ₹12,075 करोड़ रहा है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को ₹11,909 करोड़ का लाभ हुआ था। हालांकि, बाजार को उम्मीद थी कि कंपनी का प्रॉफिट लगभग ₹12,500 करोड़ रहेगा। इसके बावजूद, स्थिर मांग और मजबूत ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस ने कंपनी को मुनाफे में बनाए रखा है।
वहीं कंपनी का रेवेन्यू 2.4 फीसदी से बढ़कर ₹65,799 करोड़ हो गया है, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹64,259 करोड़ था। वहीं, पिछली तिमाही की तुलना में रेवेन्यू में 3.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मार्जिन और कैश फ्लो में मजबूती
इस तिमाही में TCS का ऑपरेटिंग मार्जिन 0.7% बढ़कर 25.2% पर पहुंच गया, जबकि नेट मार्जिन 19.6% रहा। कंपनी के अनुसार, नेट प्रॉफिट 12,904 करोड़ रुपये रहा और ऑपरेशंस से कैश फ्लो नेट प्रॉफिट का 110% रहा – जो कंपनी की वित्तीय स्थिति की मजबूती को दर्शाता है।
TCS का कहना है कि उसने “कंसिस्टेंट और डीसिप्लिन्ड ऑपरेटिंग स्ट्रैटेजी” अपनाई है, जिससे ग्लोबल आईटी डिमांड में सुस्ती के बावजूद कंपनी ने स्थिर प्रदर्शन किया है।
एआई-बेस्ड बिजनेस स्ट्रैटेजी की बड़ी घोषणा
TCS ने इस तिमाही में अपने अगले बड़े कदम की घोषणा की है — कंपनी अब “दुनिया की सबसे बड़ी एआई-बेस्ड टेक्नोलॉजी सर्विस कंपनी” बनने की दिशा में बढ़ रही है। इसके लिए कंपनी भारत में 1 गीगावाट का एआई डेटा सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, कंपनी ने Salesforce-फोकस्ड कंपनी ListEngage के अधिग्रहण की भी घोषणा की है, जिससे क्लाउड और एआई सर्विसेज़ सेगमेंट में उसकी उपस्थिति और मजबूत होगी।
TCS के सीईओ और एमडी के. कृतिवासन ने कहा “हम ऐसे समय में हैं जब एआई बिजनेस मॉडल्स को फिर से परिभाषित कर रहा है। TCS की नई पहलें हमें इस ट्रांसफॉर्मेशन के केंद्र में खड़ा करती हैं। हमारा फोकस सिर्फ ऑटोमेशन पर नहीं, बल्कि एआई इकोसिस्टम के निर्माण पर है।”
निवेशकों के लिए दिवाली का तोहफा
प्रॉफिट के साथ TCS ने अपने निवेशकों को ₹11 प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड देने की घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि यह डिविडेंड 4 नवंबर 2025 को भुगतान किया जाएगा और इसकी रिकॉर्ड डेट 15 अक्टूबर 2025 तय की गई है।
टाटा ग्रुप की इस घोषणा को निवेशक समुदाय ने सकारात्मक रूप से लिया है। कंपनी का शेयर गुरुवार को BSE पर 1.16 फीसदी की बढ़त के साथ ₹3,061.95 पर बंद हुआ। TCS का 52 हफ्ते का हाई ₹4,494 और लो ₹2,867.55 रहा है।
आईटी सेक्टर के लिए संकेत
TCS का यह परिणाम भारतीय आईटी सेक्टर के लिए स्थिरता का संकेत देता है। ग्लोबल क्लाइंट्स के आईटी बजट में अभी भी सतर्कता बनी हुई है, लेकिन एआई, क्लाउड और डेटा एनालिटिक्स जैसे नए सेक्टरों में निवेश बढ़ रहा है। TCS इन उभरते अवसरों को पकड़ने के लिए तैयार दिखाई देती है। एनालिस्ट्स का मानना है कि आने वाले महीनों में TCS का एआई-ड्रिवन बिजनेस मॉडल कंपनी के लिए बड़ा ग्रोथ इंजन साबित हो सकता है।
वैसे TCS के Q2 रिजल्ट्स यही दिखाते हैं कि कंपनी ने चुनौतीपूर्ण माहौल में भी उल्लेखनीय स्थिरता और संतुलन बनाए रखा है। प्रॉफिट में मामूली बढ़त, डिविडेंड की घोषणा और एआई-बेस्ड भविष्य की रणनीति – ये सभी कदम टाटा ग्रुप की इस दिग्गज कंपनी को आने वाले दशक और उससे आगे के लिए मजबूत स्थिति में खड़ा करते हैं।