लखनऊ में एसोचैम द्वारा आयोजित दो दिवसीय एमएसएमई सम्मेलन के दूसरे दिन प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। जहां कभी निवेशक यूपी में निवेश करने से हिचकते थे, वहीं अब कानून-व्यवस्था और पारदर्शिता में सुधार के चलते यह प्रदेश गन्ना, शीरा और एथेनॉल उत्पादन के क्षेत्र में देश में प्रथम स्थान पर है।
मंत्री नितिन अग्रवाल ने प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने बताया कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इन्वेस्टर्स समिट और देश-विदेश में रोड शो आयोजित किए गए हैं। इसके साथ ही नीति स्तर पर कई अहम बदलाव हुए हैं। उदाहरण के तौर पर, स्थानीय फलों से वाइन निर्माण करने वाली इकाइयों को 100% एक्साइज ड्यूटी में छूट दी गई है, जिससे अब तक चार नई इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं और सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला है।

सरकार की प्रोत्साहन नीतियों के चलते आबकारी विभाग का राजस्व साल 2017 में 14,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 52,573 करोड़ रुपये हो गया है। सरकार द्वारा लागू ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम की मदद से एक्साइज चोरी पर भी लगाम लगी है। मंत्री ने इस मौके पर एमएसएमई प्रतिनिधियों से सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत समाज में योगदान देने की अपील की। साथ ही ये विश्वास दिलाया कि सरकार पूरी तरह से उद्योग जगत के साथ है और लालफीताशाही को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार और उद्योग मिलकर काम करें, तो प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य अवश्य पूरा किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने सभी को एमएसएमई दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।
सम्मेलन में डॉ. हरिओम (आईएएस), प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल एवं उद्यमिता विभाग, ने एमएसएमई और सरकार के बीच निरंतर संवाद और कार्यक्रमों के माध्यम से विमर्श को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि, “इससे इंडस्ट्री की मांग के अनुसार कुशल मानव संसाधन समय पर उपलब्ध हो सकेगा।”
कार्यक्रम में विशेष सचिव आईटी एवं एमडी यूपीडेस्को नेहा जैन (आईएएस) ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने सभी को एमएसएमई दिवस और भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा की शुभकामनाएं दीं। साथ ही कहा कि, “आईटी और डिजिटल तकनीक आने वाले समय में एमएसएमई क्षेत्र को पूरी तरह बदल देगी।” उन्होंने सभी उद्यमियों से आईटी को अपनाने और डिजिटलीकरण की दिशा में आगे बढ़ने पर बल दिया।