BY- NISHA MANDAL
भारतीय सैन्य कार्रवाई के बाद पड़ोसी देश की अर्थव्यवस्था डगमगाई, शेयर बाजार में भारी गिरावट
भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर की प्रतिध्वनि सिर्फ सीमाओं पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान की आर्थिक नब्ज तक जा पहुँची है। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान के शेयर बाजार में अभूतपूर्व गिरावट देखी गई, जिसने न केवल वहां के निवेशकों में घबराहट फैलाई, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था को अस्थिरता की ओर धकेल दिया। भारत की सटीक और निर्णायक सैन्य रणनीति का सीधा असर अब पाकिस्तान के आर्थिक मोर्चे पर दिखाई देने लगा है।
पाकिस्तान की आर्थिक प्रणाली पर पड़ा गहरा प्रभाव

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की, जिससे सीमा पार बैठे आतंक समर्थकों के साथ-साथ पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व पर भी दबाव बढ़ गया। इस कार्रवाई की ख़बरें जैसे ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया और निवेशकों तक पहुँचीं, पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में तेज़ी से गिरावट शुरू हो गई। सेंसेटिव इंडेक्स 1,200 अंकों से अधिक टूट गया, जिससे निवेशकों को अरबों रुपये का नुकसान हुआ।
आशंका के माहौल में विदेशी निवेशकों ने भी अपनी पूंजी निकालनी शुरू कर दी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की पहले से ही गिरती साख को इस सैन्य कार्रवाई ने और कमजोर किया है। निवेशकों को डर है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अगर और बढ़ा, तो पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और चरमरा जाएगी।
भारत का बढ़ता रणनीतिक प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कदम नहीं था, यह भारत के बदले हुए रुख का प्रतीक भी है। अब भारत न केवल आतंक के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रहा है, बल्कि रणनीतिक स्तर पर भी अपने पड़ोसियों को यह संदेश दे रहा है कि देश की संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। यह साफ है कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को सिर्फ सीमा पर नहीं, बल्कि आर्थिक स्तर पर भी झकझोर दिया है और यह शुरुआत भर है।