केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के साथ बैठक की। इस बैठक में राज्य में खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों, विशेषकर यूरिया की आपूर्ति पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से जुलाई और अगस्त के महीनों में किसानों की मांग को देखते हुए यूरिया की बिना बाधा आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
केंद्र का सहयोग का आश्वासन
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने किसानों की जरूरतों को गंभीरता से लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्य के किसानों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने उर्वरक विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तेलंगाना में मांग के अनुसार समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही, उन्होंने यूरिया की अत्यधिक खपत पर चिंता व्यक्त की जो मिट्टी की गुणवत्ता और भविष्य की कृषि उपज के लिए हानिकारक हो सकती है।
यूरिया की बढ़ती खपत चिंताजनक
बैठक में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, रबी 2024-25 में यूरिया की बिक्री रबी 2023-24 की तुलना में 21 प्रतिशत ज्यादा रही। वहीं खरीफ 2025 के शुरुआती आंकड़े खरीफ 2024 से 12.4 प्रतिशत अधिक खपत दिखा रहे हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि खेतों में रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुंध प्रयोग हो रहा है, जो लंबी अवधि में जमीन की उर्वरता पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
प्रधानमंत्री प्रणाम योजना पर जोर
उर्वरक विभाग के सचिव रजत कुमार मिश्रा ने इस दौरान प्रधानमंत्री प्रणाम योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य सरकारों को रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग को रोकने और जैविक व प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने तेलंगाना सरकार से गैर-कृषि क्षेत्रों में यूरिया के उपयोग पर रोक लगाने और सभी जिलों में उर्वरकों का संतुलित वितरण सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया।
बैठक में रहे ये प्रमुख लोग मौजूद
इस अहम बैठक में सांसद मल्लू रवि, चामला किरण कुमार रेड्डी, तेलंगाना सरकार के विशेष प्रतिनिधि ए.पी. जितेंद्र रेड्डी और केंद्र व राज्य सरकार के कृषि और उर्वरक विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराकर उनकी फसल सुरक्षा सुनिश्चित करना था।