किसी भी कैफ़े में बैठे-बैठे अगर आपको अचानक कोई बड़ा सेलिब्रिटी या अरबपति दिख जाए, तो ज़्यादातर लोग बस एक सरसरी नज़र डालकर चुपचाप अपने काम में लग जाते हैं। लेकिन मुंबई के एक युवा उद्यमी यश गावड़े के लिए यह एक साधारण पल नहीं, बल्कि अपनी किस्मत आज़माने का सुनहरा मौका बन गया।
सुबको कैफ़े में संयोग से हुई भेंट
मुंबई के बांद्रा स्थित सुबको कैफ़े में यश गावड़े अपने वेंचर कैपिटल एक्सपर्ट दोस्त आकाश सूद के साथ बातचीत करने पहुंचे थे। वे दोनों अपने स्टार्टअप बीहुक्ड की पिचिंग और स्टोरीटेलिंग पर चर्चा कर रहे थे। अचानक उनकी नज़र पास के एक प्राइवेट सेक्शन की ओर गई, जहां भारत के सबसे युवा अरबपतियों में से एक और ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ बैठे थे।
यश के मुताबिक, वे दोनों ही निखिल के बड़े प्रशंसक हैं। इस अप्रत्याशित मौके ने उन्हें उत्साहित कर दिया, लेकिन शुरुआती झिझक भी थी। उनके पास न तो कोई विज़िटिंग कार्ड था, न ही पहले से कोई तैयारी।
एक पन्ने पर लिखी हिम्मत
आकाश सूद के सुझाव पर यश ने अपनी डायरी से एक पन्ना निकाला और उस पर जल्दी-जल्दी एक नोट लिख दिया। इस नोट में उन्होंने खुद का परिचय दिया, अपने स्टार्टअप के बारे में बताया और निखिल से जुड़ने की इच्छा जाहिर की। यश ने सीधे जाकर बात करने के बजाय कैफ़े के स्टाफ से अनुरोध किया कि वे बस मुड़ा हुआ नोट निखिल कामथ तक पहुंचा दें। यह एक छोटा-सा प्रयास था, लेकिन उनके लिए बेहद अहम।
निखिल की अप्रत्याशित प्रतिक्रिया
यश को उम्मीद नहीं थी कि उनका नोट पढ़ने के बाद कोई प्रतिक्रिया मिलेगी, लेकिन ऐसा हुआ। जैसे ही निखिल ने नोट पढ़ा, उन्होंने ऊपर देखा, हल्की-सी मुस्कान दी और यश की ओर हाथ हिलाकर इशारा किया। यश ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में लिखा, “वो दो सेकंड का हाथ का इशारा मेरे पूरे दिन की सबसे बड़ी उपलब्धि बन गया। ऐसा लगा जैसे मैंने एक सही कदम उठाया।”
हस्तलिखित नोट में क्या लिखा था
यश का नोट बेहद सीधा और दिल छू लेने वाला था। उसमें लिखा था:
“हाय निखिल,
आपने जो बनाया और हासिल किया है, उसके लिए मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं और दिल से सम्मान करता हूं। मैं यश गावड़े हूं, वीडियो एआई क्षेत्र में शुरुआती दौर का एक संस्थापक। मैंने एक एआई एजेंट बनाया है जो आपके विचारों को सोशल मीडिया के लिए तैयार वीडियो में बदल देता है। बीच में बोलने के लिए माफ़ करना। मुझे पता है कि यह समय या जगह नहीं है, लेकिन मुझे बस एक मौका लेना था। आपसे या आपकी टीम से जुड़ना अच्छा लगेगा।
मेरे संपर्क विवरण ये रहे।”
यह नोट न केवल यश की मेहनत और हिम्मत को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे कभी-कभी एक छोटा-सा प्रयास बड़े अवसरों की शुरुआत हो सकता है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
जैसे ही यश ने इस अनुभव को लिंक्डइन पर साझा किया, यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गई। कई लोगों ने यश की हिम्मत की सराहना की और इसे “मौके को भुनाने की बेहतरीन मिसाल” बताया।
एक यूज़र ने लिखा, “यह वाकई एक भाग्यशाली मुलाक़ात की तैयारी है। उम्मीद है कि आपको जल्द ही कॉल बैक मिलेगा।”
वहीं एक अन्य ने कहा, “कभी-कभी एक छोटा-सा साहस भरा कदम आपकी किस्मत बदल सकता है। यश का यह कदम उसी का उदाहरण है।”
अवसरों को पहचानने की सीख
इस पूरी घटना से एक अहम सीख मिलती है – मौके हर दिन नहीं आते, लेकिन जब भी आएं, उन्हें पहचानना और सही कदम उठाना ज़रूरी है। यश गावड़े ने अपने साहस और क्रिएटिविटी के जरिए यह साबित कर दिया कि कभी-कभी एक साधारण हाथ से लिखा नोट भी आपको सही दिशा में आगे बढ़ा सकता है। यश की यह कहानी उन सभी युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं। एक छोटा-सा जोखिम, एक साहसी कदम और मौके पर सही निर्णय यही सफलता की असली कुंजी है। सफलता के लिए बहुत दिखावे की जरूरत नहीं है, बस जूनून से आगे बढ़ने का हौसला चाहिए।