रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की हालिया एजीएम (AGM 2025) में कंपनी ने कई बड़े ऐलान किए हैं। इस बार का फोकस खासतौर पर जियो के आईपीओ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिटेल, एनर्जी और हेल्थकेयर सेक्टर पर रहा। मुकेश अंबानी और उनके तीनों बच्चों ने कंपनी की आने वाली योजनाओं और विज़न को साझा किया।
2026 में आएगा जियो का IPO
रिलायंस के टेलीकॉम आर्म जियो को 2026 की पहली छमाही में शेयर बाजार में लिस्ट करने की तैयारी है। जियो के पास आज 50 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं, और अब कंपनी भारत से बाहर अपनी तकनीकी सेवाओं को लेकर विस्तार की योजना बना रही है। जियो का मकसद है कि वह न सिर्फ भारतीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराए।
AI तकनीक में बड़ा कदम
रिलायंस की एजीएम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर खास जोर दिया गया। जियो ने कई AI-आधारित प्रोडक्ट्स लॉन्च किए –
-Jio AI Cloud – यह यूज़र्स को क्लाउड स्टोरेज मैनेज करने में मदद करेगा।
– Jio Frames – एक AI-पावर्ड हैंड्स-फ्री डिवाइस, जो कई भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है।
– Jio PC – एक ऐसा डिवाइस, जो किसी भी स्क्रीन को फुल-फीचर कंप्यूटर में बदल देता है।
– Jio Hotstar का AI असिस्टेंट ‘रिया’ – यह वॉयस असिस्टेंट 3.2 लाख घंटे से ज्यादा कंटेंट को आसानी से मैनेज करेगा।
रिलायंस इंटेलिजेंस और मेटा-गूगल साझेदारी
मुकेश अंबानी ने एक नई कंपनी ‘रिलायंस इंटेलिजेंस’ की घोषणा की। यह कंपनी AI-रेडी गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर्स बनाएगी, जो ग्रीन एनर्जी पर आधारित होंगे। इसके साथ ही रिलायंस ने मेटा के साथ मिलकर एक जॉइंट वेंचर शुरू किया है, जिसमें मेटा अपने LLaMA AI मॉडल्स लाएगा। वहीं, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने जामनगर में एक डेडिकेटेड गूगल क्लाउड रीजन की घोषणा की। इसका उद्देश्य है कि रिलायंस की ग्रीन एनर्जी और जियो के नेटवर्क को गूगल की AI और कंप्यूट सेवाओं से जोड़ा जा सके।
रिटेल सेक्टर में तेज़ी
रिलायंस रिटेल की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ईशा अंबानी ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य अगले तीन सालों में 20 फीसदी सालाना ग्रोथ हासिल करना है। साथ ही, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) को अब रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की डायरेक्ट सब्सिडियरी बनाया गया है, ताकि सभी कंज्यूमर ब्रांड्स को एक ही छतरी के नीचे लाया जा सके। इसका मकसद है भारत के 2 ट्रिलियन डॉलर के कंज्यूमर मार्केट का अधिकतम लाभ उठाना।
ग्रीन एनर्जी में निवेश
अनंत अंबानी ने पहली बार एजीएम में हिस्सा लिया और गुजरात के कच्छ में बन रहे दुनिया के सबसे बड़े सोलर प्रोजेक्ट्स में से एक के बारे में जानकारी दी। यह प्रोजेक्ट 5,50,000 एकड़ में फैला है और अगले दशक में भारत की 10 प्रतिशत बिजली जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होगा। इसके अलावा जामनगर में धीरूभाई अंबानी गीगा एनर्जी कॉम्प्लेक्स भी तेजी से तैयार हो रहा है, जो दुनिया का सबसे बड़ा इंटीग्रेटेड एनर्जी हब होगा। वहीं, कंपनी के एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन बिजनेस ने ₹21,188 करोड़ का रिकॉर्ड EBITDA हासिल किया।
हेल्थकेयर में बड़ा कदम
नीता अंबानी, रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन, ने मुंबई में 2 हजार बेड की आधुनिक मेडिकल सिटी बनाने की घोषणा की। यह प्रोजेक्ट भारत में उन्नत हेल्थकेयर सुविधाओं की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्या होता है आईपीओ?
आईपीओ (IPO) का मतलब “आरंभिक सार्वजनिक पेशकश” (Initial Public Offering) है, जब कोई निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर बेचकर पूंजी जुटाती है और सार्वजनिक कंपनी बन जाती है। इससे कंपनी को विस्तार के लिए फंड मिलता है और निवेशक कंपनी के मालिक बन जाते हैं। IPO के बाद, कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हो जाते हैं और निवेशकों द्वारा खरीदे-बेचे जा सकते हैं।
निष्कर्ष
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ ने अपनी एजीएम 2025 में दिखा दिया है कि कंपनी का फोकस AI, ग्रीन एनर्जी, रिटेल, हेल्थकेयर और टेक्नोलॉजी पर है। जियो का IPO, AI इनोवेशन और ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स मिलकर न सिर्फ रिलायंस, बल्कि भारत की डिजिटल और आर्थिक शक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले हैं।