महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा और महत्वाकांक्षी कदम उठाते हुए स्टार्टअप और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 120 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। इस योजना के तहत राज्य में 300 एकड़ ज़मीन पर एक अत्याधुनिक “Innovation City” यानी इनोवेशन सिटी का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना न केवल महाराष्ट्र को स्टार्टअप्स का हब बनाने की दिशा में एक मजबूत प्रयास है, बल्कि यह युवाओं, इनोवेटर्स और उद्यमियों के लिए नए अवसर भी लेकर आएगी।

इस इनोवेशन सिटी का मकसद है स्टार्टअप्स को एक ऐसा माहौल देना जहाँ उन्हें तकनीकी संसाधन, प्रशिक्षण, फंडिंग, और उद्योग से जुड़ने का प्लेटफॉर्म एक ही स्थान पर मिल सके। यह सिटी एक तरह से भविष्य की तकनीकी नगरी होगी, जहाँ आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोटेक्नोलॉजी, क्लीन एनर्जी और एग्रो-टेक जैसे उभरते क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सरकार के अनुसार यह इनोवेशन सिटी सिर्फ एक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं बल्कि एक विचार है — ऐसा विचार जो स्टार्टअप्स को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा। इस शहर में विशेष इनक्यूबेशन सेंटर, रिसर्च लैब, को-वर्किंग स्पेस और उद्यमियों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम होंगे। साथ ही, निवेशकों और इंडस्ट्री पार्टनर्स को भी जोड़ा जाएगा ताकि स्टार्टअप्स को सही मार्गदर्शन और फंडिंग मिल सके। इस योजना के जरिए महाराष्ट्र सरकार का उद्देश्य है कि राज्य को भारत का अगला स्टार्टअप डेस्टिनेशन बनाया जाए। मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहर पहले से ही टेक्नोलॉजी और बिज़नेस के केंद्र हैं, लेकिन यह इनोवेशन सिटी उन छोटे शहरों और ग्रामीण युवाओं को भी मंच देगी, जो अपने विचारों को साकार करना चाहते हैं लेकिन संसाधनों की कमी से पीछे रह जाते हैं।
यह परियोजना देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित हो सकती है। महाराष्ट्र का यह कदम यह दर्शाता है कि सरकार केवल योजनाएं बना ही नहीं रही है, बल्कि उन्हें ज़मीन पर उतारने के लिए गंभीर प्रयास भी कर रही है। आने वाले वर्षों में यह इनोवेशन सिटी न केवल राज्य बल्कि पूरे देश को तकनीकी रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बना सकती है।