देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को लेकर घरेलू ब्रोकरेज फर्म Nuvama Institutional Equities ने बड़ा दावा किया है। फर्म का मानना है कि आने वाले समय में RIL का शेयर 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। उन्होंने कंपनी का टारगेट प्राइस बढ़ाकर 1,801 रुपये तय किया है जो फिलहाल Dalal Street पर सबसे ऊंचा है। 30 जून को RIL का शेयर 1500.65 रुपये पर बंद हुआ था यानी यहां से अच्छा मुनाफा मिलने की उम्मीद जताई गई है।
न्यू एनर्जी पर दांव
Nuvama का यह विश्वास रिलायंस के न्यू एनर्जी बिज़नेस को लेकर है। खासतौर पर कंपनी ने हाई एफिशिएंसी सोलर मॉड्यूल की बिक्री शुरू कर दी है जो कि आने वाले वक्त में बड़े पैमाने पर कमाई का जरिया बन सकता है। ब्रोकरेज का कहना है कि जैसे 2017 में Jio के लॉन्च के समय RIL के शेयर में जबरदस्त तेजी आई थी वैसी ही तेजी अब न्यू एनर्जी से भी आ सकती है।
HJT सोलर मॉड्यूल से बढ़त
रिलायंस ने अब हेटरोज़ंक्शन टेक्नोलॉजी (HJT) पर आधारित सोलर मॉड्यूल की बिक्री शुरू कर दी है। ये मॉड्यूल सरकार की ALMM लिस्ट में शामिल हैं और इनकी एफिशिएंसी 23.1 प्रतिशत है। यही वजह है कि इन्हें दूसरे मॉड्यूल जैसे TOPCon की तुलना में 5 प्रतिशत ज़्यादा प्रीमियम मिल रहा है। हालांकि अभी कंपनी की पावर जनरेशन प्रक्रिया पूरी तरह से शुरू नहीं हुई है, लेकिन मॉड्यूल की बिक्री से कमाई की शुरुआत हो चुकी है।
FY26 तक होगा बड़ा विस्तार
Nuvama का मानना है कि 2026 तक रिलायंस की 10GW सोलर मॉड्यूल और सेल की उत्पादन क्षमता पूरी तरह चालू हो जाएगी। इससे कंपनी को 3,800 करोड़ रुपये का मुनाफा हो सकता है, जो उसके FY25 के मुनाफे का लगभग 6 प्रतिशत होगा। यह कमाई Tata Power जैसे खिलाड़ियों के स्तर की होगी और RIL की वैल्यूएशन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती है।
20GW की सुविधा और 20 अरब डॉलर की वैल्यू
ब्रोकरेज के अनुसार, RIL की 20GW की पूरी तरह इंटीग्रेटेड सोलर फैसिलिटी का मूल्यांकन (20 अरब डॉलर तक) Waaree (10B डॉलर) और Premier Energies (6B डॉलर) जैसे खिलाड़ियों से कहीं अधिक हो सकता है। अगर इसे 15x EV/Ebitda पर वैल्यू करें तो यह कंपनी के शेयर में एक नई तेजी का कारण बन सकता है।
सोलर से आगे, पूरी एनर्जी क्रांति की तैयारी
रिलायंस सिर्फ सोलर मॉड्यूल तक सीमित नहीं है। कंपनी 30GWh की बैटरी स्टोरेज यूनिट भी बना रही है। इसके अलावा उसने नॉर्वे की कंपनी Nel ASA के साथ Electrolyser बनाने के लिए करार किया है, जिससे ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा 55 बायोगैस प्लांट्स की योजना भी है।
न्यू एनर्जी बनेगा मुनाफे का बड़ा हिस्सा
अभी कंपनी के कुल मुनाफे में Oil-to-Chemicals (O2C) सेगमेंट का हिस्सा 50 फीसदी से ज्यादा है। लेकिन Nuvama का अनुमान है कि FY30 तक New Energy बिज़नेस कंपनी के PAT (मुनाफे) में 50 प्रतिशत से ज्यादा योगदान देने लगेगा। इसका मतलब है कि RIL की आय की संरचना ही बदल जाएगी।
AGM पर टिकी निगाहें
अगस्त-सितंबर 2025 में RIL की AGM (सालाना बैठक) होनी है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि इस मीटिंग में कंपनी अपने न्यू एनर्जी रोडमैप को विस्तार से पेश करेगी, जिससे निवेशकों को और स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी। इस सबको देखते हुए Nuvama ने RIL पर अपनी ‘Buy’ रेटिंग बनाए रखी है।