प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जून को अपनी यूरोप यात्रा के अंतिम पड़ाव क्रोएशिया पहुंचे। जहाँ उन्होंने क्रोएशिया की राजधानी ज़ाग्रेब में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में भारत-क्रोएशिया संबंधों को नई दिशा देने की घोषणा की। यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा है जिसे ऐतिहासिक और सौहार्दपूर्ण बताया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और क्रोएशिया लोकतंत्र, समानता, बहुलवाद और कानून के शासन जैसे साझा मूल्यों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि – दोनों देशों में हाल ही में तीसरी बार चुनी गई सरकारों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को तीन गुना गति देने का निर्णय हुआ है।
रक्षा और व्यापार में होगा गहरा सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “रक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग के लिए एक ‘रक्षा सहयोग योजना’ तैयार की जा रही है। जिसमें मिलिट्री ट्रेनिंग, एक्सचेंज प्रोग्राम और रक्षा उद्योग पर विशेष फोकस होगा।” इसके साथ ही फार्मा, एग्रीकल्चर, आईटी, ग्रीन एनर्जी, डिजिटल टेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाया जाएगा। शिपबिल्डिंग और साइबर सुरक्षा में दोनों देश मिलकर काम करेंगे। भारत की सागरमाला परियोजना के तहत क्रोएशिया की कंपनियों को भारत के पोर्ट मॉडर्नाइजेशन और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी में साझेदारी के अवसर मिलेंगे।
संस्कृति, शिक्षा और लोगों के बीच बढ़ेगा जुड़ाव
प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ाग्रेब यूनिवर्सिटी में 50 वर्षों से चल रहे इंडोलॉजी विभाग का उल्लेख करते हुए कहा कि, “हमारे सांस्कृतिक संबंध सैकड़ों वर्षों पुराने हैं।” उन्होंने बताया कि ‘इवान फिलिप वेज़दिन’ ने 18वीं सदी में संस्कृत व्याकरण को यूरोप में पहली बार प्रकाशित किया था। हिंदी को बढ़ावा देने के लिए ज़ाग्रेब यूनिवर्सिटी में हिंदी चेयर के MoU की अवधि 2030 तक बढ़ाई गई है। इसके साथ ही अगले पांच वर्षों के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम भी तैयार किया गया है।
लोगों की आवाजाही होगी आसान
पीएम मोदी ने बताया कि भारत और क्रोएशिया के बीच मोबिलिटी एग्रीमेंट को जल्द पूरा किया जाएगा ताकि दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के देश में आना-जाना और काम करना आसान महसूस करें। क्रोएशियाई कंपनियां भारत की आईटी प्रतिभा का भी लाभ उठा सकेंगी।
आतंकवाद और वैश्विक मुद्दों पर एक राय
दोनों नेताओं ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और इसे मानवता का दुश्मन बताया। पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को भारत में हुए आतंकी हमले पर संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए क्रोएशिया सरकार का धन्यवाद भी किया। साथ ही कहा कि इस कठिन समय में मित्र देशों का साथ बहुत मूल्यवान होता है।
भारत-यूरोप साझेदारी को बताया महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज के वैश्विक परिदृश्य में भारत और यूरोप की साझेदारी बेहद अहम है। यूरोपीय संघ के साथ भारत की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में क्रोएशिया की भूमिका को भी उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। पीएम मोदी ने कहा कि, “चाहे यूरोप हो या एशिया, समस्याओं का समाधान युद्ध से नहीं संवाद और कूटनीति से ही निकल सकता है। उन्होंने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान की आवश्यकता पर भी जोर दिया।”
इसके साथ ही पीएम मोदी ने ज़ाग्रेब में हिंदी बोलने को एक गर्व का क्षण बताया और कहा कि भाषा एक पुल है जो देशों को जोड़ती है। उन्होंने प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविक को भारत आने का न्योता भी दिया।