मध्य प्रदेश में जल समाधान की नई पहल, गांव-गांव पहुंची पानी चौपाल

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मध्य प्रदेश में खेती को बढ़ावा देने और पानी बचाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर 30 मार्च से उद्यानिकी विभाग ने ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के तहत गांव-गांव में ‘पानी चौपाल’ की शुरुआत की है। यह पहल अब ग्रामीणों और किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है। पिछले एक महीने में बड़ी संख्या में किसान इस पानी चौपाल में शामिल हुए हैं। इस अभियान के ज़रिए किसानों को फलों के बाग़, ड्रिप सिंचाई, प्लास्टिक मल्चिंग, सब्ज़ी, मसाले और फूलों की खेती से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। साथ ही, किसानों का उद्यानिकी विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण भी कराया जा रहा है, जिससे उन्हें इन योजनाओं का सीधा फायदा मिल सके।

13,500 किसानों के लिए नई उम्मीद

उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के तहत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना “पर ड्रॉप, मोर क्रॉप” के अंतर्गत 13,500 किसानों को स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई सुविधा देने का लक्ष्य रखा है। इस पर कुल 76.68 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। पानी चौपाल के दौरान विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गांव-गांव जाकर किसानों को पानी बचाने के तरीके, कम पानी में उगाई जाने वाली फसलों की जानकारी, और बागवानी फसलों को पारंपरिक खेती के साथ जोड़कर अधिक मुनाफा कमाने के उपायों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसके साथ ही, उन्हें नई बागवानी तकनीकों से भी परिचय कराया जा रहा है।

5 हजार हेक्टेयर में लगेंगे फलदार पौधे

अभियान के तहत लगभग 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके साथ ही, सभी विकासखंडों में उपलब्ध पानी के अनुसार सूक्ष्म सिंचाई (ड्रिप व स्प्रिंकलर) के माध्यम से बेहतर प्रबंधन पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। अभियान के लिए 25 लाख से अधिक फलदार पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी लक्ष्य रखा गया है। इन सभी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ‘पानी चौपाल’ में किसानों को ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया की जानकारी दी जा रही है, ताकि वे इन योजनाओं का लाभ आसानी से उठा सकें।

MP के इन गांवों में सजी ‘पानी चौपाल’

‘पानी चौपाल’ कार्यक्रम मध्य प्रदेश के कई जिलों और गांवों में सक्रिय रूप से आयोजित किया जा रहा है। गुना जिले के गुना विकासखंड के गांव अकावदा, चाचौड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत उकविदा और शिवपुर, रतलाम जिले के सैलाना विकासखंड के गांव सलवानिया और सोहौला, टीकमगढ़ जिले के जतारा विकासखंड की ग्राम पंचायत सेवार (नतोवली), और अशोकनगर जिले के मुंगावली विकासखंड स्थित शासकीय संजय निकुंज गोपालिया में ‘पानी चौपाल’ का आयोजन किया जा रहा है।

इसके अलावा, छतरपुर जिले के लवकुशनगर विकासखंड, मैहर जिले के विभिन्न गांवों, नर्मदापुरम जिले के माखननगर विकासखंड और सिवनी जिले के केवलारी विकासखंड के गांव खैराजी सहित प्रदेश के सैकड़ों गांवों में यह अभियान लगातार जारी है। पानी चौपाल में किसानों से सीधे संवाद कर उनके सुझाव और समस्याएं सुनी जा रही हैं, जिनका मौके पर ही समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है।

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