प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 123वें संस्करण में देशवासियों को कई सकारात्मक उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, “अब तक भारत के 95 करोड़ लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिला है। लेकिन साल 2015 के पहले तक ये आंकड़ा 25 करोड़ से भी कम था।” इस वृद्धि को पीएम मोदी ने सामाजिक न्याय की बेहतरीन तस्वीर करार दिया।
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत की 64% से अधिक आबादी को अब सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल रहा है। सरकार की सभी योजनाएं समाज के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं और स्वास्थ्य से लेकर सामाजिक सुरक्षा तक भारत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है।
मोदी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा भारत को ‘ट्रेकोमा’ मुक्त घोषित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत और स्वच्छ भारत अभियान की सफलता का परिणाम है। ट्रेकोमा एक गंभीर संक्रामक रोग है जो अंधेपन का प्रमुख कारण रहा है। इस रोग को नियंत्रित करने में “जल जीवन मिशन” ने भी बड़ी भूमिका निभाई है। आज जब हर घर तक साफ जल पहुंच रहा है तो बीमारियों का खतरा भी कम हुआ है। पीएम ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने न केवल भारत की उपलब्धि को सराहा बल्कि यह भी माना है कि भारत ने बीमारी के मूल कारणों से भी निपटने में सफलता पाई है।
पीएम मोदी ने कैलास मानसरोवर यात्रा के दोबारा प्रारंभ होने की जानकारी देते हुए कहा कि यह स्थान भगवान शिव का धाम है और हिंदू, बौद्ध व जैन – तीनों परंपराओं में आस्था का केंद्र रहा है। इसके अलावा उन्होंने 3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा की भी चर्चा की और सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सावन माह आने वाला है और ऐसे धार्मिक अवसर भारतीय संस्कृति को और मजबूत बनाते हैं।
पीएम ने असम के बोडोलैंड क्षेत्र की चर्चा करते हुए कहा कि यह क्षेत्र अब नई पहचान के साथ देश में उभर रहा है। उन्होंने बताया कि यहां आयोजित हो रहा बोडोलैंड CEM कप फुटबॉल टूर्नामेंट एकता और उम्मीद का उत्सव बन गया है। इस टूर्नामेंट में 3700 से अधिक टीमें, करीब 70 हजार खिलाड़ी और उनमें भी बड़ी संख्या में बेटियों की भागीदारी भारत के खेल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की कहानी कहती है। मोदी ने कहा कि बोडोलैंड अब देश के खेल मानचित्र पर चमक बिखेर रहा है।
अंत में पीएम मोदी ने आपातकाल को याद करते हुए कहा कि उस दौर में न केवल संविधान की हत्या की गई बल्कि न्यायपालिका को भी गुलाम बनाने की कोशिश की गई थी। उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिए बिना संकेत दिया कि आपातकाल लगाने वालों का उद्देश्य लोकतंत्र को कुचलना था। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे दौर से सबक लेकर हमें लोकतंत्र की रक्षा के लिए सजग रहना होगा और हर नागरिक को इस जिम्मेदारी को समझना चाहिए।
इस संस्करण में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य, धार्मिक और खेल क्षेत्रों में हो रही प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने यह विश्वास जताया कि भारत हर क्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ रहा है जिससे आने वाला समय और भी बेहतर होगा।