आगरा। कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन फुटवियर इंडस्ट्रीज़ (CIFI) के तत्वावधान में भारतीय अंतरराष्ट्रीय फुटवियर मेला (IIFF 2025) आगामी 6 से 8 अगस्त तक दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित होने जा रहा है। इस भव्य आयोजन से पूर्व, मेले का प्री-लॉन्च कार्यक्रम आगरा में संपन्न हुआ जो भारत के पारंपरिक जूता उद्योग का प्रमुख केंद्र है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने किया आगरा में शुभारंभ
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल ने दीप प्रज्वलित कर मेले के प्री-लॉन्च का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जूता व्यवसायी, उद्यमी और उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। उन्होंने उद्यमियों की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सरकारी स्तर पर हरसंभव प्रयास का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा, “जूता उद्योग देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार का एक मज़बूत स्तंभ है। आपकी समस्याओं का समाधान केंद्र सरकार की प्राथमिकता है।”
व्यवसायियों ने उठाईं ये प्रमुख समस्याएं:
BIS मानकों की जटिल प्रक्रिया
फुटवियर पर 12% जीएसटी की उच्च दर
निर्यात में आ रही बाधाएं
एमएसएमई इकाइयों के लिए वित्तीय और तकनीकी सहयोग की कमी
उद्योग प्रतिनिधियों ने मांग की कि सरकार BIS और GST जैसे नियमों को व्यावहारिक बनाए और आगरा जैसे पारंपरिक केंद्रों को विशेष औद्योगिक दर्जा दे।
IIFF 2025: नवाचार, नेटवर्किंग और नए अवसरों का मंच
IIFF 2025 में देश-विदेश की प्रमुख फुटवियर कंपनियों के साथ नए डिज़ाइनर्स और स्टार्टअप्स को भी अपने इनोवेशन दिखाने का मौका मिलेगा। यह मंच नए टैलेंट को ग्लोबल एक्सपोजर देगा और इंडस्ट्री में नए ट्रेंड्स और सहयोग की संभावनाएं बढ़ाएगा।
मेले के प्रमुख आकर्षण:
नई तकनीकों और डिजाइनों की प्रदर्शनी
बी2बी नेटवर्किंग और खरीददार-विक्रेता मीटिंग्स
निर्यातकों और निर्माताओं के लिए संभावनाएं
भारत अब वैश्विक फुटवियर उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है। इस क्षेत्र में हो रहे बड़े आयोजन न सिर्फ निवेश को आकर्षित कर रहे हैं, बल्कि “मेक इन इंडिया” अभियान को भी नई पहचान और अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती प्रदान कर रहे हैं।
-By Industrial Empire Correspondent